कुरुक्षेत्र (राजीव अरोड़ा) : मंडियों में आढ़तियों के हड़ताल के बीच उठान को लेकर भी समस्या खड़ी हो गई है इससे पहले किसानों को मैसेज ना आने के कारण वापस लौटना पड़ रहा था तो वहीं कुछ मंडी के बाहर ही फंसे हुए थे जिसके विरोध में किसानों ने हड़ताल शुरु कर दी थी ।
नई समस्या ये है कि मंडियों में गेहूं का उठान जो एजेन्सी करती है वह प्रतिदिन के हिसाब से उठान कर रही है एक एजेंसी के उठान में कई आढ़तियों का यानी कई फर्मों का गेहूं लोड होता है ऐसे हालात में आढ़तियों का मानना है कि अगर एक गाड़ी में कई फर्मों की लोडिंग होगी और उसमें अगर किसी एक फर्म की लोडिंग में खामी पाई गई तो उसे सभी को भुगतना पड़ेगा ।
ALSO READ- कृषि कानूनों के विरोध में KGP-KMP हाईवे पर डटे किसान, 24 घंटे के लिए इन रास्तों का करें प्रयोग
बता दें एक गाड़ी में कई फर्मों की लोडिंग होती है इसलिए किसी एक फर्म की कोई जिम्मेदारी फिक्स नहीं होती। आज इसी मुद्दे को लेकर पिपली अनाज मंडी में आढ़तियों ने बैठक की और अपना विरोध जताया जिसमें खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर अशोक हुड्डा भी पहुंचे और उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह उच्च अधिकारियों से बात करेंगे और इस समस्या का हल निकलवाने का प्रयास करेंगे ।
आढ़तियों का कहना है कि गाड़ी में एक फर्म का अगर उठान होगा तो उस फर्म की जिम्मेवारी तय हो जाती है और उस गेहूं के लॉट में कोई खामी होगी तो वह फर्म उसका भुगतान करेगी लेकिन अगर एक लोडिंग की गई गाड़ी में बहुत सारी फर्मों की लोडिंग होगी तो किसी की जिम्मेवारी फिक्स नहीं होगी और अगर खामी पाई गई तो खामियाजा सभी को भुगतना पड़ेगा।आढ़तियों का कहना है कि उनकी हड़ताल जस की तस जारी है जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वह हड़ताल जारी रखेंगे ।