नई दिल्ली(अजीत सिंह): गाजीपुर बॉर्डर से 90 प्रतिशत किसान अब घर जा चुके हैं, NH 9 फ्लाईओवर से किसानों का पंडाल हटा दिया गया है, 15 दिसंबर तक पूरी तरह से गाजीपुर बॉर्डर खाली हो जाएगा।
दिल्ली की सड़कें पहले की तरह अब रफ्तार भरने को बेकरार है बीते 1 साल से ज्यादा समय से दिल्ली के ऐसे हाईवे जहां गाड़ियों की रफ्तार देखी जाती थी वह किसान आंदोलन की वजह से बंद थी लेकिन अब किसान बॉर्डर से हट रहे हैं दिल्ली का गाजीपुर बॉर्डर जहां से लगभग, 90 प्रतिशत किसान अपने घर जा चुके हैं ।
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किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली और यूपी को जोड़ता गाजीपुर बॉर्डर 380 दिनों से बंद था कृषि कानून की वापसी के बाद और किसानों की मांगों पर सरकार द्वारा सहमति जताने के बाद गाजीपुर बॉर्डर का एनएच 9 हाईवे पूरी तरह से खाली हो चुका है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से अभी भी गाड़ियों की आवागमन उस पर प्रतिबंधित है, क्योंकि किसानों द्वारा बड़े-बड़े पंडाल और स्टेज बनाने के लिए सड़कों पर ही बांस बल्लियों को गाढ़ा गया था जिसकी वजह से हाईवे पर बड़े-बड़े सुराग बन गए हैं ।
एजेंसियों द्वारा गाजीपुर बॉर्डर खाली होने के बाद पूरे हाईवे का निरीक्षण किया जाएगा, उसके बाद जो भी सड़कों पर बांस बल्ली यों की वजह से हाईवे को क्षति पहुंची होगी उसको दुरुस्त किया जाएगा उसके बाद ही गाड़ियों की रफ्तार इन सड़कों पर देखी जा सकती है ।