जल-प्रलय: तेलंगाना सहित देश के कई दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश से तबाही

नई दिल्ली– देश के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश की तबाही जारी है और बुधवार से अब तक तेलंगाना और महाराष्ट्र में करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक 50 मौतें तेलंगाना में हुई हैं और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख आर्थिक मदद मांगी है। सबसे अधिक प्रभावित तेलंगाना की बात करें तो यहां हैदराबाद में सबसे खराब स्थिति है और शहर में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि शहर की 72 जगहों पर 144 कॉलोनियों के लगभग 20,540 घर बाढ़ में डूब गए हैं और 35,000 परिवार प्रभावित हुए हैं।

इसके अलावा राज्य की 7.35 लाख एकड़ जमीन पर 2,000 करोड़ रुपये की फसल भी बर्बाद हो गई है। वाहन बहने के मामले भी सामने आए हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। जिनके घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, उनके घर दोबारा बनाए जाएंगे, वहीं जिनके घरों में आंशिक नुकसान हुआ है, उन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी…बाढ़ से 5,000 करोड़ रुपये का नुकसान का दावा करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख 1,350 करोड़ रुपये तत्काल जारी करने का अनुरोध किया है।

अन्य राज्यों की बात करें तो आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है। कर्नाटक सरकार ने 1.05 लाख हेक्टेयर कृषि फसलें और लगभग 3,500 एकड़ बागवानी खराब होने की बात कही है। आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बाद नागार्जुन सागर बांध के 18 गेटों को खोलना पड़ा. गेट खोलने के बाद बाढ़ का पानी आसपास के इलाकों में घुस गया जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. नागार्जुन सागर डैम के गेटों को करीब 10 फीट तक खोला गया है।

Also Read- राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से की तुलना !

महाराष्ट्र की बात करें तो मुंबई में 24 घंटे में 106.01 मिलीमीटर बारिश हुई और कल रात भी यहां बारिश होती रही। उत्तरी उपनगरों में 69.18 मिलीमीटर और पश्चिमी उपनगरों में 58.36 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा पुणे में 96 मिलीमीटर बारिश हुई, वहीं कोल्हापुर में पिछले 24 घंटे में 56 मिलीमीटर बारिश हुई है। राज्य के सोलापुर जिले में 14, सांगली में नौ और पुणे में चार लोगों की मौत हुई है। करीब 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है।

पिछले दो दिनों से पश्चिमी महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश हो रही है….भारी बारिश को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य प्रशासन, सेना, नौसेना और वायुसेना को किसी भी आपातकाल के लिए तैयार रहने को कहा है। हालांकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को बारिश में भारी कमी का अनुमान लगाया है।

क्यों बने ऐसे हालात ?

बता दें कि बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और महाराष्ट्र में बीते कई दिन से भारी बारिश हो रही है। पहले तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बारिश हुई और इसके बाद ये आगे बढ़ते हुए महाराष्ट्र पहुंच गई। जिस समय तेलंगाना में बारिश हुई, उस समय सबसे अधिक दबाव था और इसलिए यहां सबसे अधिक बारिश हुई है। महाराष्ट्र पहुंच कर ये दबाव कमजोर हो गया।

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates, Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter  and Also Haryana FacebookHaryana Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *