नई दिल्ली- कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने टेस्टिंग रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। बता दें कि अब तक देश में डॉक्टर्स और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की सलाह पर ही लोगों की जांच हो रही थी, लेकिन अब कोई भी जांच करवा सकता है। शुक्रवार को जारी की गई एडवाइजरी में ICMR ने स्पष्ट किया कि अगर कोई राज्य चाहता है तो वह अपने यहां आने वाले दूसरे राज्य के निवासियों से कोविड निगेटिव की रिपोर्ट मांग सकता है।
Advisory on Strategy for COVID-19 Testing in India
(Version VI) as recommended by National Task Force on #COVID19, can be seen at:
https://t.co/7TiJ15nTcT@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @PIB_India @DDNewslive @airnewsalerts @COVIDNewsByMIB— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) September 4, 2020
अगर ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो ICMR द्वारा यह सलाह इसलिए दी गई है ताकि रेलवे और हवाई यात्राओं सरीखी सेवाओं में कोई अड़चन ना आए और वे बदस्तूर जारी रहें। ऐसे में एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वालों को कोविड जांच करानी पड़ सकती है। हालांकि अब तक किसी राज्य ने अपनी ओर से इस संबंध में कोई निर्देश जारी नहीं किया है।
हेल्थवर्कर्स की जांच जरूरी
टेस्टिंग प्लान को सफल बनाने के चार श्रेणियों के तहत जारी किए गए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन्स में काम कर रहे हेल्थवर्कर्स का टेस्ट जरूर होना चाहिए। किसी में लक्षण हों या ना हों अब कोई भी अपनी जांच करा सकता है। इसके साथ ही कहा गया है कि जिन भी लोगों ने बीते 14 दिनों में कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा की है, उनमें सिम्प्टमैटिक के अलावा भी सभी की जांच होगी।
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अस्पतालों में गंभीर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन (SARI) से पीड़ित सभी रोगियों की जांच होगी। इसके साथ ही हेल्थकेयर सेंटर में मौजूद सभी लक्षण वाले लोगों की जांच होगी। किसी दूसरे राज्य या दूसरे देशों की यात्रा करने वालों के लिए कोविड-19 निगेटिव होना अनिवार्य है। कहा गया है कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और ट्रैकिंग की रणनीति अपनाई जानी चाहिए।