Illegal mining: बरसात के मौसम में खनन का कार्य बंद हो जाने के बाद भी खनन ठेकेदारों के मनमानी करने का मामला सामने आया है। यमुना नदी से सटे जठलाना व गुमथला क्षेत्र में कुछ ठेकेदारों द्वारा मनमानी तरीक़े से अवैध रूप से खनन की जा रही है। जबकि सरकार द्वारा इस समय यमुना नदी में खनन कार्य पर रोक लगी हुई है। यमुना नदी की प्राकृतिक जलधारा को प्रभावित कर नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई जा रही है। यमुना नदी में नियमों को ताक पर रख कर की जा रही ही इस अवैध खनन के कुछ वीडियो भी सामने आए है।
अवैध खनन व ओवरलोड के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले क्षेत्र के गांव गुमथला निवासी एडवोकेट वरयाम सिंह ने आरोप लगाया है कि अवैध खनन का खेल प्रशासन के कुछ अधिकारियों के मिलीभगत के बिना संभव नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गुमथला और जठलाना क्षेत्र में ऐसे कई घाट है, जहां नियमों की अनदेखी कर ठेकेदारों द्वारा यमुना नदी की प्राकृतिक जलधारा को प्रभावित कर बांध बनाए गए है। इसके अलावा रेत के बड़ी बड़ी चट्टानें भी लगाई गई है।
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वरयाम सिंह ने आरोप लगाया है की हरियाणा मुख्य सचिव द्वारा अधिकारियों को वीसी के माध्यम से अवैध खनन पर रोक लगाने के सख्त आदेश दिए गए थे। लेकिन बिना अधिकारियों की मिलीभगत के अवैध खनन का कार्य हो ही नहीं सकता है। वरयाम सिंह का कहना है कि अवैध खनन के कार्य की वीडियोग्राफ़ी से जाँच करवाई जानी चाहिए। और अगर जल्द ही इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो यमुना नदी से सटे कई गाँव के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा सकता है। इसलिए अवैध खनन व ओवरलोड की सीबीआई जांच की जाए।