भारत और नेपाल के बीच बढ़ी तल्ख़ी के बाद सोमवार को पहली बार राजनियिक स्तर की अहम वार्ता हुई। नेपाल में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और नेपाल के विदेश सचिव शंकर दास बैरागी के बीच ये वार्ता हुई। भारत और नेपाल में जारी सीमा विवाद के बीच काठमांडू में आज ओवरसाइट मकैनिज्म की आठवीं मीटिंग हुई। इस दौरान सीमा विवाद को छोड़कर कई मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा की गई।
बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा ?
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई नेपाल-भारत ओवरसाइट मकैनिज्म की आठवीं मीटिंग के दौरान विकास परियोजनाओं में हुई प्रगति पर चर्चा की गई। बैठक में नेपाल में आए भीषण भूकंप के बाद से भूकंप प्रभावित घरों का निर्माण शामिल है। इसके अलावा मोतिहारी-अमलेखगंज की सीमा पार पेट्रोलियम उत्पादों की पाइपलाइन के निर्माण पर भी चर्चा की गई। दोनों देशों ने बिराटनगर में एकीकृत चेक पोस्ट स्थापित करने पर भी बात की।
दोनो देशों ने परियोजनाओं को लेकर दूसरे राउंड की बातचीत पर सहमति जताई है।सुविधाजनक तारीख पर नेपाल में भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे आर्थिक और विकास सहयोग परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
Also Read- यूपी में बढ़ते अपराध को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर !
वैसे तो इस बैठक का एजेंडा पहले से तय था और इसका भारत-नेपाल के बीच किसी मौजूदा विवाद से लेना-देना नहीं था, लेकिन मौजूदा माहौल में इसकी अहमियत काफी बढ़ गई है।
2016 में हुई थी शुरुआत !
भारत और नेपाल के बीच मकैनिज्म की बैठक सितंबर 2016 में तत्कालीन पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड के भारत दौरे के बाद सेट अप की गई थी जिस में द्विपक्षीय प्रॉजेक्ट्स को लागू किए जाने और उन्हें तय समय में पूरा किए जाने संबंधी प्रावधान था। माना जा रहा है कि आज की बैठक से नेपाल की अकड़ कम करने का रास्ता भी खुलेगा।
इससे पहले स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देने के लिए खुद नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने फोन किया था।इससे भारत के साथ संबंधों को लगातार बिगाड़ने के बाद नेपाल अब बातचीत के लिए बेकरार दिख रहा है।