लखनऊ, (आकाश शेखर शर्मा): उत्तर प्रदेश एटीएस के इनपुट पर तमिलनाडु पुलिस ने यूपी के दो सहित देश भर के छह राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) के कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को पकड़ा है। तमिलनाडु पुलिस ने राज मोहम्मद नाम के युवक को पकड़ा है। इसने ही उत्तर प्रदेश के लखनऊ तथा उन्नाव के साथ कर्नाटक में चार जगह पर आरएसएस के कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश एटीएस अब राज मोहम्मद को तमिलनाडु से लेकर आने की तैयारी कर रही है। लखनऊ के साथ ही देश भर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। व्हाट्सएप ग्रुप पर मिली इस धमकी के बाद लखनऊ की मड़ियांव कोतवाली में केस दर्ज किया गया। इस प्रकरण में लखनऊ की पुलिस के साथ अन्य एजेंसियां भी पड़ताल में जुट गईं। उत्तर प्रदेश एटीएस को धमकी देने वाले की लोकेशन तमिलनाडु में मिली तो फिर वहां की पुलिस को इससे संबंधित संदेश तथा इनपुट भेजा गया। राज मोहम्मद को तमिलनाडु के पुदुकुदी से पकड़ा गया है।
गौरतलब है कि सोमवार रात को उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लखनऊ तथा उन्नाव के कार्यालय के साथ ही देश के अन्य राज्यों में चार कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली। धमकी व्हाट्सएप ग्रुप पर मिली है। धमकी मिलने के बाद लखनऊ के मड़ियांव कोतवाली में केस दर्ज कराया गया। अल अंसारी इमाम रजी उन मेंहदी नाम का एक व्हाट्सएप पर कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी भाषा में यह धमकी दी गई है। अल इमाम अंसार रजी उन मेंहदी नाम के ग्रुप में आरएसएस कार्यकर्ता अलीगंज निवासी प्रोफेसर नीलकंठ पुजारी इनवाइट लिंक के जरिए जुड़ गए।
Read Also – बिजाई पर रोक के बाद भी हो रही है धान की बिजाई, ग्रामीणों ने दिया अल्टीमेटम
इसके बाद उसको यह मैसेज मिला। इस ग्रुप में जुड़ने के बाद उन्होंने देखा कि आरएसएस के कार्यालयों को बम से उड़ाने के तरीके पर चर्चा हो रही है। जिसके बाद उन्होंने अवध प्रांत के पदाधिकारी को इसकी सूचना दी। मामले का संज्ञान लेते हुए अवध प्रांत के पदाधिकारी ने आरएसएस के बड़े पदाधिकारियों को जानकारी दी, जिसके बाद पूरे मामले की जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों से साझा की गई। इसके साथ ही प्रोफेसर ने मड़ियांव कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई।
आरएसएस कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी की जानकारी मिलने के बाद लखनऊ पुलिस हरकत में आई और लखनऊ के अलीगंज सेक्टर क्यू के सरस्वती विद्या मंदिर पर जांच की। पुलिस संदेश भेजने वाले की तलाश के लिए साइबर क्राइम सेल व क्राइम ब्रांच की मदद ले रही है। इंस्पेक्टर का कहना है कि किसी संगठन को धमकी नहीं दी गई है। जिस नंबर से मैसेज आया, उसके बारे में पता लगाया जा रहा है। उच्चाधिकारियों व सुरक्षा एजेंसियों को भी इसकी सूचना दी गई है। धमकी में दिए गए समय पर कोई अनहोनी नहीं हुई। ऐसे में आशंका है कि किसी शरारती तत्व ने संदेश भेजकर परेशान किया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।