नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर कहा कि आप सभी को सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है तो योग उम्मीद की एक किरण भी बना हुआ है। जब कोरोना के अदृष्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश, साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से, इसके लिए तैयार नहीं था।
हम सभी ने देखा है कि ऐसे कठिन समय में, योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना। जब कोरोना के अदृश्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से इसके लिए तैयार नहीं था।
Also Read Father’s Day: फादर्स डे को बनाएं खास, अपने पिता को दें शुभकामनाएं
ऐसे समय में योग आत्मबल का बड़ा साधन बना। योग में लोगों ने भरोसा जताया कि हम इस बीमारी से लड़ सकते हैं। महान तमिल संत श्री तिरुवल्लुवर जी ने कहा कि अगर कोई बीमारी है तो उसकी जड़ तक जाओ, बीमारी की वजह क्या है वो पता करो, फिर उसका इलाज शुरू करो।
योग यही रास्ता दिखाता है। भारत के ऋषियों ने, भारत ने जब भी स्वास्थ्य की बात की है, तो इसका मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं रहा है। इसीलिए, योग में फिजिकल हेल्थ के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर इतना जोर दिया गया है।
Addressing the #YogaDay programme. https://t.co/tHrldDlX5c
— Narendra Modi (@narendramodi) June 21, 2021
जब भारत ने यूनाइटेड नेशंस में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि ये योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो।
आज इस दिशा में भारत ने यूएन, WHO के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि सबको साथ लेकर चलने वाली मानवता की इस योग यात्रा को हमें ऐसे ही अनवरत आगे बढ़ना है।
कोई भी स्थान हो, कोई भी परिस्थिति हो, कोई भी आयु हो, हर एक के लिए योग के पास कोई न कोई समाधान जरूर है। कोरोना वायरस महामारी में भी योग उम्मीद की किरण बना है।