ज्वैलर्स को आयकर में राहत की उम्मीद, कारोबारी बोले- जीएसटी दरें कम करने पर भी विचार करे सरकार

Union Budget

Union Budget: राजस्थान के जयपुर में सोने-चांदी के व्यापारियों को आगामी केंद्रीय बजट से कई उम्मीदें हैं।जयपुर के ज्वैलर्स सरकार से जीएसटी में राहत से लेकर कैश में लेन-देन की सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।सर्राफा बाजार समिति के सदस्य मनीष खुंटेटा ने कहा कि कैश में लेन-देन की सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए।

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ज्वैलर्स ने कही ये बात- ज्वैलर्स ने कहा, “सरकार ने हमारे ट्रेड के ऊपर में दो लाख तक कैश बैंक की छूट दे रखी है।आज गोल्ड का दो लाख रुपए में क्या आता है। आज 30 ग्राम सोना दो लाख रुपए का नहीं आता है। गांव के जो लोग हैं वो अपना कैश लेके आते हैं माल का बिल लेके जाते हैं। घर की शादी होती हैं चार से पांच लाख का जेवर खरीदने आ जाते हैं उनके पास तो किसानों का पैसा है वो कैश लेके ही आते हैं। जब वे माल खरीदे हैं सरकार का नुकसान हो जाता है। कई व्यापारी जो उनको बिना बिल के माल बेंच देते हैं तो मैं समझता हूं कि ज्वेलरी के अंदर कम से कम 10 लाख तक कैश सेल की छूट होनी चाहिए।”

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 जीएसटी में राहत की उम्मीद –ज्वैलर्स इंडस्ट्री से जुड़े कैलाश मित्तल ने जीएसटी में राहत की मांग की।कैलाश मित्तल ने कहा, “हमारी डिमांड यही है कि कस्टमर को जीएसटी के अंदर रियायत मिलनी चाहिए और रेट कम होने चाहिए ताकि कस्टमर का रुझान बड़े गोल्ड लेने के लिए हो।”ज्वैलर हुकुम सिंह ने भी कस्टम ड्यूटी में राहत की उम्मीद जताई है।उन्होंने कहा, “हमारी डिमांड है कि कस्टम ड्यूटी बहुत ज्यादा है।

 वित्त मंत्री पेश करेंगी बजट- कस्टम ड्यूटी ज्यादा होने की वजह से गोल्ड और सिल्वर काफी महंगा हो जाता है और तीन परसेंट जीएसटी है तो टोटल करीब 18 परसेंट टैक्स बैठता है। 11 जून को केंद्रीय वित्त मंत्री का पदभार संभालने वाली निर्मला सीतारामन जुलाई में वित्त वर्ष 2025 के लिए अंतिम बजट पेश कर सकती है।

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