झज्जर, योगेंद्र सैनी: हरियाणा के झज्जर जिले से अमोनिया गैस रिसाव का मामला सामने आया है। दरअसल, यहां 2 दिन पहले एक कत्था फैक्ट्री में अमोनिया गैस रिसाव होने के कारण करीब दर्जनभर लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें उल्टी, आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस मामले में प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री को सील कर दिया है।
घटना के बाद फैक्ट्री हुई सील
बता दें कि, यह पूरा मामला झज्जर के बेरी गेट के पॉश इलाके में स्थित एक कत्था फैक्ट्री का है जहां 2 दिन पहले अमोनिया गैस के भारी मात्रा में रिसाव के बाद लोगों के तबीयत काफी बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं घटना स्थल पर पहुंचे स्थानीय विधायक ने देर रात फायर ब्रगेड की मदद से पानी का छिड़काव कर गैस के दबाव को कम किया। जिसके बाद प्रशासन की तरफ से फैक्ट्री को सील कर दिया गया है।
अभी भी 50 से 60 किलो गैस फैक्ट्री में मौजूद
प्रशासन एक्सपर्ट की टीम के साथ फैक्ट्री को खुलवा कर उसमें रखें अमोनिया गैस के सिलेंडर व पाइप लाइन से गैस को डिस्ट्रॉय कराया गया। साथ ही पूरी छानबीन की गई कि किसी प्रकार की अन्य आपत्तिजनक वस्तु तो फैक्ट्री में मौजूद नहीं है। हालांकि,अभी भी 50 से 60 किलो अमोनिया गैस फैक्ट्री में मौजूद है जिसके लिए फरीदाबाद से एक टीम बुलाई गई है जो इस गैस को डिस्ट्रॉय करेगी।
पॉश इलाकों से फैक्ट्री हटाने के दिए आदेश
गौरतलब है कि, इस घटना के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री मालिक को सख्त आदेश दिए कि फैक्ट्री को रिहायशी इलाके से हटाकर कहीं और लगाया जाए। जिला प्रशासन का कहना है कि आगे भी यह जांच जारी रहेगी कि रिहायशी इलाकों में इस तरह की फैक्ट्री ना चलाई जा सके। जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता हो।
प्लांट में नहीं कोई फाल्ट- फैक्ट्री मालिक
वहीं, इस पूरी घटना पर फैक्ट्री मालिक का कहना है कि, प्लांट में किसी तरह का फाल्ट नहीं आया था बस एक गैस की पैकिंग लीक हो गई थी, जिसके कारण इस गैस का रिसाव हुआ और लोगों को परेशानी हुई। लेकिन अब टेक्निकल टीम की गाइडलाइन उन्हें मिल चुकी है और उसी के आधार पर वह कार्य करेंगे और फैक्टरी में अमोनिया गैस का प्रयोग बिल्कुल नहीं किया जाएगा। हालांकि अब जिला प्रशासन ही इसका फैसला करेगा की यह फैक्ट्री इस क्षेत्र में चलाई जा सकती है या नहीं।