इस्लामाबाद: पाकिस्तान के ग्वादर में मुहम्मद अली जिन्ना की एक मूर्ति को रविवार को एक बम हमले में नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान में प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
बता दें, यह शहर पाकिस्तान के साथ-साथ चीन के लिए भी महत्वपूर्ण है। जिन्ना की यह प्रतिमा इस साल की शुरुआत में मरीन ड्राइव पर लगाई गई थी, जिसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है।
प्रतिमा के नीचे एक विस्फोटक उपकरण रखकर उसे उड़ा दिया गया। खबर के अनुसार, विस्फोट में प्रतिमा पूरी तरह से नष्ट हो गई।
एक खबर के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन बलोच रिपब्लिकन आर्मी के प्रवक्ता बबगर बलोच ने ट्विटर पर विस्फोट की जिम्मेदारी ली है।
अब्दुल कबीर खान के हवाले से कहा कि मामले की उच्चतम स्तरीय जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि विस्फोटक लगाकर जिन्ना की प्रतिमा को नष्ट करने वाले पर्यटकों के रूप में क्षेत्र में घुसे थे।
उनके मुताबिक अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन एक-दो दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हम मामले को सभी कोणों से देख रहे हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।
जिन्ना 1913 से लेकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान की स्थापना तक ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के नेता रहे। इसके बाद 1948 में निधन होने तक वह पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे।