दिल्ली। (रिपोर्ट- प्रदीप कुमार) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने रसद का मुद्दा उठने के बाद शनिवार को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति को स्पष्ट कर दिया है कि एलएसी पर जवानों के लिए रसद की कोई समस्या नहीं होगी। इसके साथ ही उन्होंने भारत-चीन तनाव को लेकर कहा है कि ‘ भारतीय सेना किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।’
सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि LAC पर चीनी सेना के भड़काऊ रवैये से तनाव बरकरार है। वहीं संसदीय पैनल के सामने सीडीएस जनरल रावत ने सांसदों को भरोसा दिलाया है कि भारतीय सेना किसी भी संभावना के लिए तैयार है। इसके साथ ही रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति के सामने उन्होंने स्पष्ट किया है कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। एलएसी पर जवानों के लिए रसद की कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि अगले 10 महीने का स्टॉक उपलब्ध है।
संसदीय पैनल के साथ बैठक के दौरान जनरल रावत ने कहा कि भारत और चीन के बीच LAC पर चीनी सैनिकों के भड़काऊ रवैये की वजह से तनाव बरकरार है। लेकिन हमारे सैनिक पूरी तरह सतर्क हैं और बॉर्डर पर चीन की तरफ से होने वाली किसी भी गतिविधि का जवाब देने में सक्षम हैं।
इसी के साथ सीडीएस जनरल रावत ने संसदीय बैठक में बताया कि भारतीय सैन्यबलों ने जरूरी कदम उठाए हैं, ताकि चीन की तरफ से LAC पर यथास्थिति बदलने के किसी भी कदम को रोका जा सके। खबर है कि इस संसदीय बैठक में पहली बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी पहुंचे, जो कि अपने ट्वीट्स के जरिए भारत-चीन के बीच तनाव पर लगातार मोदी सरकार को घेरते आ रहे हैं।
दरअसल, LAC पर भारत-चीन के बीच लगातार तनाव बना हुआ है। चीन के साथ सैन्य और कूटनीतिक वार्ताओं के कई दौर के बावजूद भी गतिरोध नहीं टूट पाया है। इस बीच भारत वार्ता के साथ-साथ अपनी सैन्य तैयारियों को भी लगातार मजबूत करने में जुटा हुआ है पिछले दिनों पैंगोंग इलाके में ताजा विवाद के बाद भारत ने ऊंची पहाड़ियों पर काबिज होकर अपनी सैन्य तैनाती को मजबूत किया है।