नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देश भर के पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का उद्घाटन किया। संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में CPA की बैठक को लेकर चर्चा हुई जो कनाडा में होगी। बैठक में असंसदीय शब्दों के विवाद और दल बदल कानून को मजबूत करने जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा हुई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज संसद परिसर में देशभर के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों से मुलाकात की।
स्पीकर ओम बिरला ने देशभर के पीठासीन अधिकारी, अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन और सीपीए भारत क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।साथ ही देश में विधायी निकायों के कामकाज से संबंधित मुद्दों जैसे दलबदल विरोधी कानून, विधायिकाओं में व्यवधान, विधायी प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी और विधायिकाओं में नियमों और प्रक्रियाओं में एकरूपता पर विस्तार से चर्चा की है।
पीठासीन अधिकारियों के साथ बैठक के बाद स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सम्मेलन में पीठासीन अधिकारियों ने सभी दलों से माननीय राष्ट्रपति जी और माननीय राज्यपाल जी के अभिभाषण के दौरान व्यवधान उत्पन्न नहीं करने के लिए आग्रह किया है। विधान मंडलों की घटती बैठकों पर भी चिंता जताई गई।
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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि पीठासीन अधिकारियों की बैठक मे कनाडा में जो सम्मेलन होने जा रहा है उस पर भी चर्चा की गई है।ये राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन 20 से 26 अगस्त तक कनाडा में होगा।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि इसमे विशेष रूप से पर्यावरण और जलवायु को लेकर संसद की भूमिका और लोकतंत्र में युवाओं और महिलाओं की भूमिका जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि पीठासीन अधिकारियों के साथ बैठक में दलबदल कानून को लेकर विशेष चर्चा हुई है, इसको लेकर जो कमेटी बनी थी उसने राय जाहिर की है और अभी इस पर और कानूनी राय लेने की जरूरत है।स्पीकर ने कहा कि अगली बैठक में इस पर कोई फैसला हो सकता है, इसके अलावा आज बैठक मे कुछ अन्य मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक में विधानसभा में राज्यपाल और संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान विपक्ष कोई व्यवधान न डाले, इसको लेकर भी सहमति बनी है। बैठक में असंसदीय शब्दो को लेकर उठे विवाद पर भी चर्चा हुई है।
लोकसभा अध्यक्ष की अगुवाई में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल 20 से 26 अगस्त 2022 तक हैलिफ़ैक्स, कनाडा में आगामी 65 राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भाग लेगा। लोक सभा अध्यक्ष सम्मेलन में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। ये सम्मेलन सतत विकास, नवीन प्रौद्योगिकी के उपयोग, महिलाओं से संबंधित मुद्दों, युवाओं और जलवायु परिवर्तन आदि को प्राप्त करने में संसद की भूमिका जैसे मुद्दों पर चर्चा करेगी। भारत की संसद और सभी राज्य विधानमंडल जो राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के सदस्य हैं हैलिफ़ैक्स, कनाडा में होने वाले सम्मेलन में भाग लेंगे।