हरियाणा बीजेपी के उपाध्यक्ष और पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने एक बार फिर पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधा है।
मनीष ग्रोवर ने हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल को घोटालों का कार्यकाल बताते हुए कहा कि उन्होंने सरकारी नियमों को ताक पर रखकर अपने चहेतों को जमीन अलॉट की थी। अब सीबीआई जांच के बाद सही और सारे तथ्य सामने आएंगे जिससे भूपेंद्र हुड्डा का बचना मुश्किल है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधन के साथ ही उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि राज्य की बीजेपी सरकार और भूपेंद्र हुड्डा के बीच में कोई नूरा कुश्ती नहीं चल रही है। सरकार कानून के हिसाब से काम करेगी किसी के खिलाफ द्वेष भावना से काम नहीं करेगी।
गौरतलब है कि 2002 में ओम प्रकाश चौटाला की सरकार में रोहतक के साथ लगती 5 गांव की 850 एकड़ जमीन कर्मशियल और रेजिडेंशियल मकसद से हरियाणा विकास प्राधिकरण द्वारा अधिकृत की गई थी लेकिन 2005 में प्रदेश में हुड्डा सरकार आने के बाद उद्धार गगन प्रॉपर्टीज कंपनी लिमिटेड ने इस जमीन में से 422 एकड़ जमीन को आवासीय कॉलोनी में विकसित करने के लिए लाइसेंस का आवेदन किया था लेकिन 2006 में उद्धार गगन कंपनी को 280 एकड़ जमीन पर आवासी कॉलोनी विकसित करने के लिए लाइसेंस दिया गया था। जबकि इस जमीन के सेक्शन 9 के बाद अवार्ड हो चुके थे इसके बाद किसी प्राइवेट बिल्डर को जमीन अलॉट करना या उस द्वारा खरीदना हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के नियमों के विरुद्ध है और इसी कानूनी पेच के चलते माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इस जमीन की खरीदो फरोख्त में संदिग्ध भूमिका के लिए सीबीआई को जांच करने के आदेश दिए हैं।