नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों आपराधिक मामलें लगातार बढ़ते नजर आ रहे है। आए दिन किसी ना किसी वारदात की खबर आ रही है। ऐसे में एक और ताजा मामला दिल्ली के सुभाष नगर इलाके से सामने आया है। पश्चिमी दिल्ली का यह इलाका बीती रात गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। यहां शनिवार रात मंडी यूनियन के चेयरमैन और उनके भाई पर खुलेआम ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इस घटना के बाद से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
कार पर बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां
आपको बता दें कि, यह वारदात पश्चिमी दिल्ली के सुभाष नगर इलाके के हरिनगर थाना क्षेत्र में हुई है। पुलिस के अनुसार दोनों भाई कार में सवार होकर अपने घर दिल्ली के तिहार गांव की तरफ जा रहे थे। तभी स्कूटी पर सवार तीन अज्ञात युवक आते हैं और कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगते हैं। बता दें कि, कार पर करीब 15 से 20 बार फायरिंग की गई। जिसमें मंडी यूनियन के चेयरमैन अजय चौधरी और उनके भाई जसवंत चौधरी दोनों ही घायल हो गए है। हालांकि पास के निजी अस्पाल में दोनों का इलाज किया जा रहा है।
घटना का वीडियो आया सामने
गौरतलब है कि, इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि एक सफेद रंग की कार जिससे अजय चौधरी जा रहे हैं, उनकी गाड़ी ट्रैफिक में फंस जाती है। तभी स्कूटी पर सवार तीन अज्ञात युवक आते है और उनकी कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरु कर देते हैं। इस दौरान उनका ड्राइवर लगातार हाथ से इशारा करते हुए उनको नीचे झुकने के लिए कहता है और गाड़ी को रेस देखर आगे बढ़ा देता है। लेकिन ताबड़तोड़ फायरिंग के दौरान दोनों भाई घायल हो जाते हैं।
आरोपियों की पहचान में जुटी पुलिस
वहीं इस पूरी वारदात के मामले में पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी घनश्याम बंसल के मुताबिक दोनों का इलाज जारी है। लेकिन अभी तक गोलीबारी की घटना के पीछे की वजह के बारें में कुछ भी पता नहीं चल पाया है। पुलिस के मुताबिक, घटना के कुछ समय बाद ही पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। वहीं क्राइम टीम ने वारदात वाली जगह का मुआयना कर गोलियों के कुछ खोखे भी बरामद किए हैं। साथ ही आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
वारदात में सलमान त्यागी गिरोह के हाथ की आशंका
गौरतलब है कि, इस वारदात के पीछे सलमान त्यागी गिरोह का हाथ होने की भी आशंका जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक अजय चौधरी और सलमान त्यागी गिरोह के साथ दुश्मनी चल रही थी। हालांकि अभी यह गिरोह जेल में बंद है। वही इस घटना को लूटपाट के एंगल से भी देखा जा रहा है।