उदयपुर में हो रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कांफ्रेंस की। खड़गे ने कहा कि राजनीतिक मुद्दों पर बनी कमेटी में 70 से ज्यादा लोग रहेंगे। खड़गे ने कहा कि राजनीति और मौजूदा समय से जुड़े 9 अहम मुद्दों पर कांग्रेस चिंतन शिविर और सीडब्ल्यूसी बैठक में चर्चा की जाएगी।
इनमें पहले नंबर पर भारतीय संविधान और लोकतंत्र पर हमले का है। इसके अलावा धार्मिक भाषाई विविधता की रक्षा करना, बढ़ता सांप्रदायिक धुव्रीकरण,स्वायत्त निकायों और संस्थानों के संरक्षण, राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश पॉलिसी, केंद्र और राज्यों के बीच रिश्ते, छोटे दलों के साथ अलायंस के फैसले, नॉर्थ–ईस्ट, जम्मू कश्मीर के राजनीतिक हालातों के साथ ही भविष्य में कांग्रेस की क्या रणनीति होगी इसपर चर्चा होगी। इन सभी मुद्दों पर शुक्रवार को चर्चा होगी और उसके आधार पर कांग्रेस पार्टी राजनीतिक रिजाल्यूशन बनाएगी और उसमें किन विषयों पर क्या फैसले लिये गए हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान की तो धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हम एक ओर आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर मोदीजी, बीजेपी और उनके समर्थक संविधान के तहत काम करने में भरोसा नहीं रखते। जो संवैधानिक मूल्य हैं उन्हें खत्म किया जा रहा है। सरकार स्वायत्त निकायों की ताकत को भी कमजोर कर रही है। हमारे देश का संविधान एक संघीय चरित्र है और सरकार इसे भी धक्का देने की कोशिश कर रही है फिर चाहें वो आर्थिक दृष्टि से हो या फिर धार्मिक या फिर किसी और मुद्दों पर हो। केंद्र सरकार इसपर ध्यान नहीं दे रही है और संविधान को तोड़ना ही उनका काम हो गया है, इसलिए हम इस चिंतन शिविर में इस मुद्दे पर विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे और किस तरीके से इस समस्या को सुलझाया जाए इसकी रणनीति तैयार करेंगे। हमेशा बीजेपी राष्ट्रवाद की बात करती है। कांग्रेस को रोज नया पाठ पढ़ाया जाता है लेकिन जो लोग देश की आजादी के समय कहीं भी दिखते नहीं थे, कभी जेल नहीं गए और आजादी के लिए लड़ाई लड़ने की कोशिश भी नहीं कि वो हमें देश के बारे में देशभक्ति के बारे में हमें पढ़ाते हुए कहते हैं कि कांग्रेस देश के बारे में नहीं सोचती। ये हमारी बदकिस्मती है कि जो पार्टी और जो नेता देश के लिए आजादी के लिए कभी नहीं लड़े, कभी कुर्बानी नहीं दी, कभी अपने प्राण न्यौछावर नहीं किये वो हमें पाठ पढ़ा रहे हैं। हम इन चीजों को देश के सामने रखना चाहते हैं।
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हमारे प्रचार में कमियां हैं लेकिन हमने काफी काम किया है पर उसका फल हमारी जगह किसी और को मिल रहा है। खड़गे ने पूछा कि अगर आप असली देशभक्त हैं तो आप भारत छोड़ो आंदोलन में कहां पर थे, गांधी जी की पदयात्रा के दौरान आप कहां थे, देश के लिए जब लाखों लोगों ने कुर्बानी दी और जेल गए तब आप कहां थे। इतना ही नहीं इंदिरा गांधी जी ने देश की एकता के लिए अपनी कुर्बानी दी, राजीव जी, बेअंत सिंह जी ने कुर्बानी दी। हम तो हर मोर्चे पर लड़ रहे हैं लेकिन आप हमें देशभक्ति सिखाना चाहते हैं। देश की आजादी का इतिहास नई पीढ़ी को बताना जरूरी है। पुराने लोग जानते हैं कि कांग्रेस ने देश और जनता के लिए क्या किया फिर भी बीजेपी हमपर टिप्पणी करती रहती है।
हमारे जमाने में सोशल मीडिया नहीं था हम तो डोर टू डोर कैंपेन करते थे, लोगों को समझाकर आते थे लेकिन अब भागवत जी, मोदी जी और उनकी टीम सिर्फ सोशल मीडिया पर चल रही है। पिछले प्रधानमंत्रियों का आकलन करेंगे तो उनसे भी प्रश्न पूछे जाते थे लेकिन मोदी जी के साथ ऐसा नहीं होता। मोदी जी प्रेस के सामने नहीं आ रहे और एक के बाद एक झूठ बोल रहे हैं। अगर लोग जुमले को महत्व देते हैं लेकिन हमारे त्याग और परिश्रम की मान्यता नहीं है तो ये हमारे साथ बड़ी नाइंसाफी है और इसे हम लोगों को बताएंगे। सबसे जरूरी देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाना है। हाल में सुप्रीम कोर्ट ने आईपीसी धारा 124-ए को स्थगित किया है। देश में सीबीआई, ईडी जैसी संस्थाओं का दुरूपयोग हो रहा है। कोई अगर बीजेपी के साथ नहीं आता तो कुछ ना कुछ करके उनका मुंह बंद किया जाता है। हमारे मूलभूत हक के साथ लोकतंत्र और संविधान की रक्षा पर हम चिंतन शिविर में चर्चा करेंगे। आज के दिन जो राजनीतिक मुद्दे हैं उन पर सभी के साथ चर्चा होगी।