Monsoon Season: भीषण गर्मी के बीच देश के कई हिस्सों में मानसून सीजन ने दस्तक दे दी है। झुलसाती गर्मी के बीच रिमझिम बारिश लोगों को काफी पसंद आती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि, मानसून अपने साथ की सारी बीमारियों को लेकर आता है। अगर जरा सी भी लापरवाही बरती गई तो इस मौसम डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया, चिकनगुनियां जैसी कई गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है। आज हम आपको मानसून मौसम में होने वाली बीमारियों और इससे बचने के उपायों के बारें में बताने जा रहे हैं। Monsoon Season 2022,
आपको बता दें कि, मानसून मौसम में ज्यादा बारिश होने के कारण जगह-जगह पानी भरने लगता है। जिसमें मच्छर और कीड़े-मकोड़े पनपने लगते हैं और यहीं बीमारी का कारण बनते हैं। ऐसे में आपको बारिश में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए साफ-सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों के बारें में जो समय रहते सही इलाज ना मिलने पर गंभीर रुप भी ले सकती हैं। Monsoon Season 2022,
गौरतलब है कि, बारिश में मौसम में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, कोल्ड और प्लू, टाइफाइड जैसी बीमारियां काफी ज्यादा फैलती हैं।
मलेरिया
मलेरिया मच्छर के काटने से फैलता है जोकि, बारिश के पानी से पनपने वाला मच्छर है। मानसूनी बारिश के बाद मलेरिया मच्छरों का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि, जगह-जगह गंदगी और गंदे पानी के इक्ठ्ठा होने से यह मच्छर बड़ी तादाद में पैदा होते हैं। ऐसे में मरेलिया मच्छरों से बचने के लिए आपको खुद को पूरी तरह से ढककर रखें, और घर में और आसपास साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। इससे संक्रमित व्यक्ति में बुखार, सिरदर्द, उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। Monsoon Season 2022,
चिकनगुनिया
चिकनगुनिया भी बारिश के मौसम में पैदा होने वाले मच्छर के काटने से होने वाला बुखार है। हालांकि चिकनगुनिया के मच्छर बाहर गंदी में पनपने के बजाय साफ पानी खासकर रसोई के बर्तनों, पौधों और पानी के पाइप में पाए जाते है। ऐसे में मानसून के मौसम में खास ध्यान रखें कि, इन जगहों की नियमित रूप से साफ-सफाई होती रहे। बता दें कि, इस संक्रमण से संक्रमित व्यक्ति में बुखार, जोड़ों में दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। Monsoon Season 2022,
कोल्ड और फ्लू
आपने अक्सर देखा होगा की बरसात के मौसम में ज्यादातर लोग कोल्ड यानी सर्दी और प्लू से जूझते रहते हैं। दरअसल, मानसून में वातावरण नमी वाला होने के कारण कई बैक्टीरिया और वायरस लंबे समय तक जिंदा रहते हैं। ये नाक, मुंह या आंखों के रास्ते हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और शरीर को बीमार कर देते हैं। कोल्ड और प्लू से संक्रमित व्यक्तियों में बुखार, सर्दी-जुकाम, खांसी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
टाइफाइड
आपको बता दें कि, टाइफाइड बुखार के मामले बरसात के मौसम में काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं। यह संक्रमण साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है। अगर सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो यह गंभीर रुप भी ले सकता है। टाइफाइड से जूझ रहे लोगों में सिरदर्द, बुखार, भूख में कमी, कब्ज, दस्त जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। Monsoon Season 2022,
डेंगू
पिछले कुछ सालों से बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों में सबसे ज्यादा प्रकोप डेंगू का रहा है। यह भी मच्छर के काटने से ही होता है। बता दें कि, यह बीमारी एडीज एजिप्टी मच्छरों के काटने से फैलती है। इससे जूझ रहे मरीजो में सिरदर्द, थकान, जोड़ों में दर्द, प्लेटलेट्स कम होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। Monsoon Season 2022,
ऐसे में आपको बरसात के मौसम में संक्रमण से बचने की बहुत ज्यादा जरूरत है खास कर डेंगू और मरेलिया के मच्छरों से क्योंकि इससे संक्रमित व्यक्तियों की प्लेटलेट्स कम होने लगती हैं जिससे इंसान की जान भी जा सकती है। इसके लिए आप सूबह शाम के समये फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनें। साथ ही आप इसके अलावा मस्कीटो कॉइल आदि का भी प्रयोग कर मच्छरों से बच सकते हैं।