दिल्ली। (रिपोर्ट- विश्वजीत झा) देश की राजधानी दिल्ली में नांगलोई – मुंडका रोड का हाल बेहाल है, सिर्फ यही नहीं ये दिल्ली मॉडल के दावे को भी चिढ़ा रहा है। इसे रोहतक रोड के नाम से भी जाना जाता है और ये सड़क दिल्ली को हरियाणा से जोड़ती है। मगर सड़क में इतने गड्ढे हैं जिसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
आपको बता दें, नांगलोई-मुंडका रोड काफी चौड़ी सड़क है। चार लेन की सड़क होने के बावजूद इस्तेमाल मुश्किल से दो लेन का हो पाता है। बाकी दो लेन की सड़कें पूरी तरह जर्जर हैं। सड़क के गड्ढे ऐसे है कि यहां से गाड़ियां हिचकोले खाते हुए निकलती हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि सड़क काफी दिनों से खराब है, पर कोई सुध लेने वाला नहीं है। इलाके के रामफल बताते हैं कि 4 महीने से सड़क जस की तस बनी हुई है।
अब बात करते हैं सड़क किनारे बनी सर्विस रोड की जहां सर्विस रोड में गड्ढे हैं और गड्ढों में कीचड़ है। कमरुद्दीन नगर, अमर कॉलोनी में भी बुरा हाल है। नालों पर कोई कवर नहीं है और ना ही साफ सफाई का कोई नामोनिशान है। थोड़ा और आगे बढ़े तो सड़क पर कुछ मलवा डालकर गढ्ढे भरे नजर आए, जिस पर जैसे तैसे गाड़ियां रेंगती हैं। राजधानी पार्क मेट्रो के नीचे बारिश के बाद भारी जलभराव होता है, लेकिन दिल्ली के डेवेलपमेंट के हजारों करोड़ का अंश भी यहाँ नहीं पहुंच पा रहा है।
मुंडका मेट्रो स्टेशन के नीचे भी सड़क बिल्कुल जर्जर है। बड़े-बड़े गड्ढे गाड़ियों को हिचकोले खिलाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया है कि यह हाल हर साल हो जाता है, पर कोई ठोस समाधान कभी नहीं निकलता है। इसके साथ ही रानीखेड़ा मोड़ पर लेफ्टिनेंट विक्रांत लाकड़ा मार्ग को देखें तो पता चलेगा कि शहीद के नाम पर सड़क का नाम तो रख दिया गया, मगर सड़क शहीद की आत्मा को चिढाती हुई नजर आती है। लोगों ने बताया है कि रानी खेड़ा की ओर जाने वाले रोड पर अंडरपास में हमेशा पानी रहता है, सड़कें भी खराब हैं। वाकई में अंडरपास के करीब सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे नजर आते हैं जहां से गुजरना जान को जोखिम में डालने के जैसा है।
नांगलोई से मुंडका के बीच रोहतक रोड पर सफर काफी मुश्किल भरा होता है। इलाके से गुजरने वाले लोग बताते हैं कि बारिश के बाद यहां घंटों तक जाम लग जाता है जिससे लोगों को काफी परेशानी से गुजारना पड़ता है। मगर खास बात ये है कि इससे ना तो नेताओं को फर्क पड़ता है और ना ही स्थानीय प्रशासन को। कोई सुध लेने वाला नहीं है।