मोदी कैबिनेट से हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद NDA में उबाल, किसानों के मुद्दे पर गरमाई सियासत

दिल्ली। (रिपोर्ट- प्रदीप कुमार) मोदी कैबिनेट से हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफा देने के साथ ही कृषि विधेयकों के विरोध ने NDA में उबाल ला दिया है। किसानों के मुद्दे पर सियासत गरमाई हुई है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि विधेयकों को किसान हितैषी बताते हुए कहा है कि कुछ ताकतें किसानों को गुमराह करने में लगी हुई हैं। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है।

कृषि संबंधी तीन अध्यादेशों को कानूनी जामा पहनाने संबंधी विधेयकों पर हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफा देने के साथ ही NDA में फूट पड़ गई है। हालांकि विधेयक पारित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कई ट्वीट में इसे किसानों के लिए महत्वपूर्ण क्षण बताया है। पीएम ने कहा कि इससे किसानों को नए अवसर मिलेंगे। नए विधेयक से किसानों का मुनाफा और बढ़ेगा। MSP और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी। इसी के साथ पीएम मोदी ने कहा कि कई लोग किसानों को गुमराह करने में लगे हैं।

इससे पहले लोकसभा में विधेयकों पर चर्चा के दौरान अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे की घोषणा की थी और जिसके बाद हरसिमरत कौर ने इस्तीफा भी दे दिया। कृषि विधेयकों के खिलाफ जारी विरोध सड़क के बाद संसद और सरकार तक पहुंच गया है। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और विधेयकों के खिलाफ कैबिनेट से इस्तीफा दिया है। किसानों की बहन और बेटी बनकर उनके साथ खड़े रहने पर मुझे गर्व है।

इसके बाद पीएम मोदी की सिफारिश पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है।

दरअसल, कृषि विधेयकों के खिलाफ अकाली दल के रुख ने एनडीए में दरार डाल दी हैं। सुखबीर बादल ने कहा है कि इन विधेयकों का पंजाब-हरियाणा सहित उत्तर भारत के 20 लाख किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ये कृषि क्षेत्र में पंजाब सरकार की 50 साल की मेहनत तबाह कर देंगे। इसके प्रावधान किसान विरोधी हैं। हालांकि सुखबीर बादल ने ये भी कहा कि पार्टी एनडीए सरकार को समर्थन जारी रखेगी। अब इसी को लेकर विरोधी हमलावर हैं और हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे को मजबूरी में उठाया गया कदम बता रहे हैं।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हरसिमरत कौर बादल और सुखबीर बादल को अपने सांसद सदस्यता से इस्तीफा देकर एनडीए से बाहर आने की चुनौती दी है। बहरहाल एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल से मोदी सरकार में केवल हरसिमरत कौर बादल ही शामिल थीं। अब वह भी सरकार से बाहर हो गई हैं लेकिन कृषि विधेयकों पर शुरू हुआ विरोध और जोर पकड़ रहा है। पंजाब-हरियाणा के किसान कई दिनों से इन विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

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