Nikkar Ban in Haryana: आज की युवा पीढ़ी कपड़े पर बहुत ध्यान देती है। शॉर्ट्स, निक्कर पहनना जैसे आम हो गया है। पिछले कुछ दिनों से मंदिरों में शॉर्ट्स पहनने पर रोक लगने की खबरें तो आपने सुनी ही होंगी। लेकिन अब केवल मंदिरों में ही नहीं बल्कि एक ऐसा गांव भी है जहां कोई भी शख्स कच्छा या निक्कर पहनकर बाहर निकलता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी। वहां के सरपंच ने ये सख्त नियम लागू किया है। इस नियम लगाने के पीछे की क्या वजह है आइए जानते हैं।
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दरअसल, हरियाणा के भिवानी में एक गांव की पंचायत ने अजीब नियम बनाए हैं। गुजरानी की ग्राम पंचायत ने युवाओं को कच्छा और निक्कर पहनकर सरेआम घूमने पर रोक लगा दी है। ग्राम पंचायत का कहना है कि अगर किसी युवा को कच्छा या कैपरी पहनकर गांव में घूमता हुआ देखा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये आदेश भिवानी की ग्राम पंचायत सरपंच की है। सरपंच ने बताया कि अक्सर गांव के युवा कच्छा या कैपरी पहनकर सरेआम घूमते रहते थे, जिससे गांव की बहन-बेटियों को शर्म आती थी। उन्हें बताया गया कि आदेश जारी होने के बाद गांव में कोई व्यक्ति पंचायत के आदेश को नहीं मानता है तो पहले उसके घर जाकर उसके परिजनों से बात कर उन्हें चेतावनी दी जाएगी। इसके बावजूद भी पंचायत निर्णय लेगी अगर कोई व्यक्ति आदेश को मानने को तैयार नहीं होता है।
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बता दें, ये नियम लगने के बाद अब इस गांव में कोई भी युवा कच्छे में गलियों में घूमता मिला तो उस पर कार्रवाई होगी। पिछले दो दिन से गुजरानी के मुनादी गांव में यह हो रहा है। वास्तव में, गांव के वातावरण को खराब होने से बचाने के लिए सरपंच प्रतिनिधि ने कच्छे, निक्कर पहनकर गलियों में घूमने पर रोक लगा दी है। इसके पीछे बहन-बेटियों का कहना है कि गांव में कच्छा और निक्कर पहनकर घूमना शर्मिंदगी है। गांव में सरपंच के आदेश की मुनादी चौकीदार को दी गई है। सरपंच प्रतिनिधि ने कहा कि गांव के युवा लोग घर में कैसे भी रहें लेकिन दूसरों के घर या गाँव में इज्जत से जाएं।