नई दिल्ली (प्रदीप कुमार की रिपोर्ट)– कोरोना काल में हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने प्रश्नकाल को ना चलाए जाने का मुद्दा उठाया। इस दौरान चीन तनाव के मुद्दे की भी की भी की भी गूंज सुनाई दी।
कोरोना काल में संसद की कार्यवाही आज से शुरू हो गई है। सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह समेत कई दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी गई। दिवंगत नेताओं के सम्मान में सदन की कार्रवाई को स्थगित भी किया गया।
लोकसभा में सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रश्नकाल की कार्रवाई ना चलाने को लेकर सरकार को घेरा।चौधरी ने कहा कि प्रश्नकाल संसद प्रणाली में होना बहुत जरूरी है। यह सदन की आत्मा है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रश्नकाल जैसे गोल्डन ओवर्स को हटाकर लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश की जा रही है।
अधीर रंजन चौधरी ने चीन का मुद्दा उठाने की भी कोशिश की।चौधरी ने कहा कि कई महीनों से हमारे देश के लोग तनाव में हैं। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अधीर रंजन को रोकते हुए कहा कि संवेदनशील मुद्दे पर संवेदनशील तरीके से बात रखी जाएगी।
विपक्ष के अन्य सदस्यों ने भी कहा कि प्रश्नकाल और प्राइवेट मेंबर बिजनेस होना जरूरी है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रश्नकाल और प्राइवेट मेंबर बिजनेस होना बहुत जरूरी है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने भी कहा कि प्रश्नकाल संसदीय प्रणाली के मूलभूत ढांचे से जुड़ा है। इसका प्रमुख अंग है।
राजनाथ सिंह ने दिया जवाब !
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रश्नकाल के मुद्दे पर सरकार का बचाव किया ।रक्षामंत्री ने कहा कि बहुत से नेताओं से मैंने भी बातचीत की है।असाधारण परिस्थितियों में संसद की कार्यवाही हमको करनी पड़ रही है। इसमें सबका का सहयोग चाहिए।4 घंटे के लिए सदन चलेगा और मैंने अनुरोध किया था कि उसमें प्रश्नकाल न हो। आधे घंटे का एक जीरो आवर हो। राजनाथ सिंह ने कहा कि कोई भी प्रश्न पूछना है तो उस आधे घंटे में कर सकते हैं।
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अधिकांश राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने इस पर सहमति दी थी थी. उसके बाद यह फैसला किया गया था कि संसद की कार्रवाई चलेगी, उसमें प्रश्नकाल नहीं होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं सभी सम्मानित सदस्यों से अनुरोध करना चाहता हूं कि असाधारण समय में संसद का सत्र हो रहा है।इसमें आप सभी का सहयोग चाहिए. इस बात की भी जानकारी देना चाहता है लिखित प्रश्न के माध्यम से जो भी जानकारी चाहिए उसकी जानकारी मंत्री देंगे। जीरोओवर के दौरान भी प्रश्न पूछ जा सकते हैं।
इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।कोराना काल में सत्र की अवधि संक्षिप्त रखी गई है लिहाजा उसी के अनुरूप कामकाज किया जाना है।
बरहाल कोरोना काल में हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में पहले की तरह जोरदार तो नहीं लेकिन कोरोना नियम से बंधकर मुद्दे उठाने की शुरुआत हो गयी है। स्पीकर ओम बिरला ने जीवंत चर्चा के लिए सभी सांसदों का आभार जताया है।मॉनसून सत्र के पहले दिन 359 सांसदों ने लोकसभा की कार्यवाही में हिस्सा लिया।