नई दिल्ली(विनय सिंह): किसान आंदोलन को खालिस्तान से जोड़ने वाले कंगना रनौत के बयान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। याचिका में कंगना के सभी सोशल मीडिया पोस्ट केंद्र और राज्य सरकारों की अनुमति मिलने पर ही प्रकाशित होने और सभी F.I.R मुंबई के खार थाने में ट्रांसफर कर 6 महीने में चार्जशीट दाखिल करने की मांग की है।
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है, याचिका में कंगना रनौत के सभी सोशल मीडिया पोस्ट को सेंसर करने की मांग की गई है, याचिका में कहा गया है, कि कंगना के उस इंस्टाग्राम पोस्ट से बहुत आहत है, जिसमें उन्होंने किसानों को खालिस्तानी आतंकवादी बताया है और ये याचिका सुप्रीम कोर्ट के एक वकील द्वारा दायर की गई है।
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याचिका में कहा गया है, कि कंगना के बयानों का मकसद दंगा भड़काने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है, याचिका में ये भी कहा गया है, कि कंगना के पोस्ट सिखों को पूरी तरह से राष्ट्र विरोधी चित्रित करते हैं, याचिकाकर्ता ने कहा है, कि कंगना रनौत की टिप्पणी देश की एकता के खिलाफ है और कंगना कानून द्वारा गंभीर सजा की हकदार है।
याचिकाकर्ता के मुताबिक अभिनेत्री की हरकतों को न तो नकारा जा सकता है और न ही माफ किया जा सकता है, याचिका में देश भर में कंगना रनोट के खिलाफ दर्ज सभी लंबित F.I.R को मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर करने की मांग भी की गई है। याचिका में इन मामलों में सभी चार्जशीट को 6 महीने में दाखिल करने और 2 साल में ट्रायल पूरा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश देने की मांग की गई है।