PM Modi ने अहमदाबाद और सूरत मेट्रो परियोजनाओं का किया भूमि पूजन

गांधीनगर: पीएम मोदी ने आज गुजरात की आर्थिक राजधानी अहमदाबाद को राजनीतिक राजधानी गांधीनगर से जोड़ने वाले अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के फ़ेज़ 2 और हीरा नगरी सूरत की मेट्रो परियोजना का नई दिल्ली से विडीओ कानफ़्रेंसिंग के ज़रिए भूमि पूजन किया।

5384 करोड़ रुपए की लागत वाले 28.25 किमी लम्बे अहमदाबाद मेट्रो परियोजना के फ़ेज़ 2 यानी दूसरे चरण को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके तहत दो कॉरिडोर होंगे।

पहला 22.8 किमी लम्बा होगा और यह अहमदाबाद स्थित दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम मोटेरा स्टेडियम से गांधीनगर के महात्मा मंदिर को जोड़ेगा।

दूसरा 5.4 किमी लम्बा होगा और गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी यानी जीएनएलयू को भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र गिफ़्ट सिटी से जोड़ेगा।

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इस परियोजना के लिए भूमि पूजन 2015 में किया गया था। चरण 1 के वर्ष 2022 तक पूरा होने का अनुमान है। दोनों फ़ेज़ की कुल अनुमानित संयुक्त लागत क़रीब 13 हज़ार करोड़ रुपए है।

मेट्रो परियोजनाओं का काम केंद्र और गुजरात सरकार की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी वाले संक्युत उपक्रम गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन करती है। सूरत की मेट्रो परियोजना गुजरात में अहमदाबाद के बाद दूसरी ऐसी परियोजना होगी।

इसकी कुल लम्बाई 40.35 किमी और कुल लागत 12020 करोड़ रुपए होगी, इसके तहत 6 भूमिगत स्टेशन भी होंगे। इसके तहत दो गलियारे यानी कॉरिडोर होंगे।

21.61 किमी लम्बा पहला गलियारा सरथाना को ड्रीम सिटी से जोड़ेगा जबकि 18.74 किमी लम्बा दूसरा कॉरिडोर भेसाण से सारोली तक होगा, इसे भी 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

पीएम ने इस मौक़े पर अपने सम्बोधन में कहा कि इन परियोजनाओं से गुजरात और इसके दो प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों अहमदाबाद और सूरत के विकास को और गति मिलेगी।

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उन्होंने उनकी सरकार की ओर से देश और गुजरात के विकास के लिए लागू की गई अलग-अलग परियाजनाओं और इनसे होने वाले लाभ के बारे में भी विस्तार से चर्चा की।

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले के 10-12 साल में सिर्फ 225 किमी मेट्रो लाइन ऑपरेशनल हुई थी। वहीं, बीते 6 वर्षों में 450 किमी से ज्यादा मेट्रो नेटवर्क शुरु हो चुका है।

अहमदाबाद के बाद सूरत गुजरात का दूसरा बड़ा शहर है जो मेट्रो जैसे आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जुड़ेगा। सूरत में मेट्रो नेटवर्क एक प्रकार से पूरे शहर के महत्वपूर्ण व्यापारी केंद्र को आपस में कनेक्ट करेगा।

उन्‍होंने कहा कि आज सूरत आबादी के लिहाज से एक तरफ देश का आठवां बड़ा शहर है, लेकिन दुनिया का चौथा सबसे विकसित होता शहर भी है।

आज हम शहरों के परिवहन को एक इंटीग्रेटेड सिस्टम के तौर पर विकसित कर रहे हैं। यानी बस, मेट्रो, रेल सब अपने अपने हिसाब से नहीं दौड़ें, बल्कि एक सामुहिक व्यवस्था के तौर पर काम करें, एक दूसरे के पूरक बनें।

पीएम मोदी ने कहा कि देश के 27 शहरों में मेट्रो लाइन का 1000 किमी का काम चल रहा है। एक समय ऐसा था, जब मेट्रो नेटवर्क के संबंध में देश में कोई भी आधुनिक सोच नहीं थी।

कोई मेट्रो नीति नहीं थी, इसलिए अलग-अलग शहरों में मेट्रो चल रही हैं। बता दें, ये मेट्रो परियोजनाएं इन शहरों में पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली उपलब्‍ध कराएंगी।

अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण में कुल 28।25 किलोमीटर की लंबाई के दो कॉरिडोर होंगे। कार्यक्रम को केंद्रीय गृह मंत्री सह गांधीनगर के लोकसभा सांसद अमित शाह, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी सम्बोधित किया।

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