प्रदीप कुमार की रिपोर्ट – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुझाए गए कदमों की प्रगति के बारे में मंत्रालयों से जानकारी मांगी गई है। अब पीएम जानना चाहते हैं कि उनके सुझावों पर कितना अमल हुआ है। PM MODI
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालयों और उनके विभागों से कई मसलों पर जवाब तलब किए गए हैं। इनमें GeM (सरकारी ई–मार्केट) पोर्टल का इस्तेमाल, अधिकारियों के साथ ‘टिफिन‘ बैठकें आयोजित करना और केंद्र के फैसलों को सोशल मीडिया के जरिए प्रचारित करना शामिल है।
दरअसल पीएम मोदी ने शासन को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाने के लिए कई मौकों पर सुझाव दिए है। मंत्रियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि उनके मंत्रालयों द्वारा सरकार के ई–कॉमर्स प्लेटफॉर्म – GeM पोर्टल के माध्यम से कोई भी खरीद की जाए। पीएम मोदी ने मंत्रालयों को यह सुझाव भी दिया है कि वे अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें करें।
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पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों व अधिकारियों से कहा था कि वे टिफिन मीटिंग(लंच पर चर्चा) करें, जिससे विचारों का आदान–प्रदान हो और टीम भावना बढ़ सके। सूत्रों के मुताबिक, मंत्रियों और उनके विभागों को जियोटैगिंग जैसी स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लीकेज और भ्रष्टाचार पर लगाम कसने को कहा गया था।
मंत्रियों को निर्देश थे कि वे स्टेकहोल्डर्स के साथ महीने में कम से कम एक बार बैठक करें। इसके अलावा सोशल मीडिया पर सरकारी योजनाओं के बारे में बताएं कि कैसे नागरिकों को फायदा होगा।
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक सरकार का मॉनिटरिंग और फॉलो–अप पर बड़ा फोकस है। पीएम की ओर से मंत्रिपरिषद की बैठकों में दिए गए सुझावों के फॉलो–अप से पता चलता है कि कैसे वह खुद प्रोग्रेस को मॉनिटर करते हैं। हमने सभी विभागों को डीटेल्स भेज दी हैं।‘
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