अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन से पहले होने वाले तीन दिवसीय अनुष्ठान की शुरूआत सोमवार से हो चुकी है। भूमि पूजन से पहले होने वाले अनुष्ठान के दूसरे दिन आज छह घंटे विशेष राम कथा अनुष्ठान किया जाएगा। भूमि पूजन समारोह कल होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा लेंगे। उनके साथ, देश भर से और नेपाल से कई धार्मिक प्रमुखों और संतों के समारोह में भाग लेने की उम्मीद है।
कार्यक्रम में 135 आध्यात्मिक परंपराओं से संबंधित 135 से अधिक संत उपस्थित होंगे। अयोध्या के कुछ प्रतिष्ठित नागरिकों को भी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ शेट्ट ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित किया गया है। इस बीच, अयोध्या पहले से ही उत्सव के मूड में है और ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार कर रही है। राम कीर्तन और रामचरितमानस का पाठ सहित कई धार्मिक गतिविधियां अयोध्या में शुरू हो चुकी हैं।
दीपोत्सव की तैयारी चल रही है और पवित्र सरयू नदी के घाटों को खूबसूरती से सजाया गया है। शहर कल ऐतिहासिक भूमि पूजन समारोह का गवाह बनने के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रधान मंत्री कल श्री हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करेंगे जिसके बाद वे श्री राम जन्मभूमि में भगवान रामलला की पूजा करेंगे।
इसके बाद भूमि पूजन और मंचीय कार्यक्रम होगा। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि समारोह के लिए 175 आमंत्रित सदस्यों के अलावा, स्वर्गीय अशोक सिंघल के परिवार के महेश भागचंदका और पवन सिंघल, विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष भूमि पूजन में मुखिया यजमान होंगे।
इतने भव्य कार्यक्रम के मद्देनजर अयोध्या में आज रात से जनपद की सीमाएं सील होंगी। कई जगहों पर रूट डायवर्जन किया गया है। इसके कारण जनपद में वाहनों को एंट्री नहीं मिल पाएगी। 5 अगस्त की रात 12 बजे तक रुट डायवर्जन प्रभावी रहेगा।