नई दिल्ली, कुनाल शर्मा: ऐतिहासिक इमारत कुतुब मीनार के परिसर में खुदाई की बात कों देखते हुए केंद्रीय संस्कृति मंत्री जीके रेड्डी का बयान सामने आया है। जिसमे उन्होंने मीनार की खुदाई की बात का खंडन किया और कहा कि कुतुब मीनार परिसर में खुदाई का कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जीके रेड्डी ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की ओर से कुतुबमीनार परिसर में कोई भी खुदाई नहीं की जाएगी, अभी तक इस बारे में हमने कोई भी डिसीजन नहीं लिया है। इस तरह की सभी रिपोर्ट्स बेबुनियाद हैं।
कुतुब मीनार में जल्द शुरू हो सकती है खुदाई
बता दें कि, इसके पहले खबर आई थी कि, कुतुब मीनार को लेकर छिड़े विवाद के बीच ऐतिहासिक परिसर में जल्द खुदाई की जा सकती है। संस्कृति मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि कुतुब मीनार में मूर्तियों की आइकॉनग्राफी कराई जाएगी। वही एक रिपोर्ट के आधार पर कुतुब मीनार परिसर में खुदाई का काम किया जाएगा। जिसके बाद ASI संस्कृति मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
अनंगताल और लालकोट किले में भी होगी खुदाई
जानकारी के मुताबिक संस्कृति सचिव अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने के बाद यह फैसला लिया गया है। लिहाजा कुतुब मीनार के साउथ में और मस्जिद से 15 मीटर दूरी पर खुदाई का काम शुरू किया जा सकता है। इतना ही नहीं कुतुबमीनार के साथ-साथ अनंगताल और लालकोट किले पर भी खुदाई का काम किया जा सकता है।
खुदाई के लिए 12 लोगों की टीम गठित
वही दूसरी ओर जानकारी के मुताबिक कुतुबमीनार परिसर में खुदाई के निर्णय से पहले संस्कृति सचिव ने 12 लोगों की टीम के साथ निरीक्षण किया। इस टीम में 3 इतिहासकार, ASI के लगभग 4 अधिकारी और रिसर्चर मौजूद थे। वही इस मामले में जानकारी के चलते कुतुबमीनार में 1991 के बाद से खुदाई का काम नहीं हुआ है। इसके अलावा कई रिसर्च भी पेंडिंग हैं, जिसकी वजह से ये फैसला लिया गया है। वही अब निर्देश जारी होने के बाद से कुतुब मीनार परिसर में जल्द खुदाई शुरू हो सकती है, जिसके बाद ASI संस्कृति मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भी सौंपेगा।