भारत और चीन के बीच एलएसी विवाद के दौरान भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए रूस पहुँच चुके हैं। सभी आठ एससीओ सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों से उम्मीद की जाती है कि वे कल मास्को में सामूहिक रूप से आतंकवाद और उग्रवाद जैसी क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और उनसे निपटने के तरीकों पर विचार–विमर्श करेंगे।
राजनाथ सिंह रूसी रक्षा मंत्री जनरल शेरगेई शोइगू के निमंत्रण पर मास्को का दौरा कर रहे हैं। अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, राजनाथ सिंह सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (CSTO) और स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल (CIS) की बैठक में भी भाग लेंगे। रक्षा मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि वह द्विपक्षीय सहयोग और आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा के लिए अपने रूसी समकक्ष जनरल शोइगू से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा, भारत और रूस रणनीतिक साझेदार हैं और वह यात्रा के दौरान इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।
इस साल जून के बाद से यह भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मास्को की दूसरी यात्रा है। उन्होंने 24 जून को मास्को में विजय दिवस परेड में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जिसने द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत विजय की 75 वीं वर्षगांठ मनाई थी। रूस ने इस महीने की 10 तारीख को एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री डॉ। एस जयशंकर को भी आमंत्रित किया है।
गौरतलब है कि इस बैठक में भारत के अलावा चीन और पाकिस्तान की ओर से भी प्रतिनिधि बैठक में शामिल हो रहे हैं और फिलहाल भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद जारी है और दोनों ओर से ही एलएसी पर भारी संख्या में सैनिक तैनात हैं।