नई दिल्लीः राज्यसभा में आज विपक्षी सदस्यों के पेगासस जासूसी मामले और किसानों की समस्याओं को लेकर हंगामा करने के कारण प्रश्नकाल सुचारु रुप से नहीं चल सका और बीच में ही सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उप सभापति हरिवंश ने पहली बार के स्थगन के बाद प्रश्नकाल शुरु करने की कोशिश की। इसी दौरान विपक्षी सदस्य सदन के बीचों बीच आकर नारेबाजी करने लगे।
हालांकि, उप सभापति ने प्रश्नकाल को जारी रखते हुए भारी शोरगुल के बीच 4 प्रश्न कराए, लेकिन कुछ भी साफ-साफ नहीं सुना जा रहा था।
हंगामा कर रहे सदस्यों को शांत रहने और अपनी अपनी सीटों पर जाकर प्रश्न पूछने की वे लगातार अपील करते रहे।सदस्यों के शांत नहीं होने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12.34 बजे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
इससे पहले सुबह सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखे जाने के बाद कहा कि तृणमूूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय, कांग्रेस की अमि याज्ञिक, समाजवादी पाार्टी के राम गोपाल यादव, राष्ट्रीय जनता दल के
मनोज कुमार झा तथा कई अन्य सदस्यों के नियम 267 के तहत अलग-अलग मुद्दों पर दिए गए कार्यस्थगन प्रस्तावों को नामंजूर कर दिया गया।
इसके बाद कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य शोरगुल करने लगे। तभी तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच में आ गए और अपनी मांगों को लेकर तख्तियां दिखाने लगे।
सभापति नें कहा कि अव्यवस्था के बीच व्यवस्था का मामला कैसे उठाया जा सकता है, इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।