नई दिल्ली(प्रदीप कुमार) : कोरोना महामारी के बीच मानसून सत्र के तीसरे दिन राज्यसभा में आयुर्वेद शिक्षण और अनुसंधान संस्थान बिल, 2020 पास हुआ।
वहीं, सदन में आज कोरोना वायरस पर भी चर्चा हुई। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार से सवाल किए। कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने लॉकडाउन को किस आधार पर लगाया गया, इसको लेकर सरकार से सवाल किये।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राज्यसभा में कहा, कल, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस निर्णय लॉकडाउन ने लगभग 14 से 29 लाख कोविड-19 मामलों और 37,000-78,000 मौतों को रोका। सदन को सूचित किया जाना चाहिए कि हम किस वैज्ञानिक आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं।
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इस दौरान, कोरोना पर चर्चा के लिए कम समय दिए जाने पर सांसदों ने सदन हंगामा भी किया। विपक्ष के कई सांसदों ने कोरोना महामारी को लेकर सरकार को जमकर घेरा।
राज्यसभा में जीरो आवर में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। आज़ाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी बढ़ी है और वहां 13 महीनों से कोई टूरिजम एक्टिविटी भी नहीं है।
राज्यसभा में उठाए एक अन्य मुद्दे में कांग्रेस नेता और सांसद केसी वेणुगोपाल ने केंद्र सरकार से ‘भारतीय राजनेताओं और प्रमुख अधिकारियों पर चीन की जासूसी’ के मुद्दे पर स्पष्टीकरण देने की मांग की।
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राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने संसदीय कार्य मंत्री से अनुरोध किया कि वे संबद्ध मंत्री को इस संबंध में जानकारी दें। इसके अलावा राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में सरकार ने इस दौरान सदन को बताया कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमी आई है।
साथ ही यह भी बताया कि पिछले छह महीने में पाकिस्तान और चीन की तरफ से सीमा पर कितनी बार घुसपैठ की घटना हुई है। इसी के साथ सदन में जानकारी दी गई है कि पूर्व पीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम स्वास्थ्य संबंधी वजहों से मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा की बैठकों में भाग नहीं लेंगे।
सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ सदस्यों के पत्र मिले हैं जिनमें उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से मौजूदा सत्र की कार्यवाही में भाग लेने में असमर्थता जताते हुए सदन से इसकी अनुमति मांगी है।