चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों के लिए आज मतदान हो रहा है। इन चार राज्यों में हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक शामिल हैं। कांग्रेस, बीजेपी सहित सभी राजनीतिक दलों की ओर से इस चुनाव के लिए की जा रही कोशिशों से और महत्वपूर्ण बना दिया है। सभी दलों ने विधानसभा में उनकी विधायी ताकत की तुलना से ज्यादा उम्मीदवार उतारे हैं।
हरियाणा में कांग्रेस की ओर से अजय माकन को उम्मीदवार बनाया गया है जबकि बीजेपी की ओर से कृष्ण लाल पंवार और कार्तिक शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार बनकर मैदान में हैं। मुकाबला बेहद रोचक होने के कारण सभी दलों को अपने विधायकों के वोट कटने का डर भी है इसलिए ही सभी दलों की ओर से अपने अपने विधायकों को नजरबंद किया गया है। कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को रायपुर में रखा गया था तो बीजेपी ने अपने और जेजेपी के विधायकों को चंडीगढ़ के ही सुखविलास होटल में रखा था।
हरियाणा विधानसभा में कुल 90 विधायक हैं और राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव हो रहा है जिसके कारण यहां पर जीत के लिए उम्मीदवार को कम से कम 31 विधायकों के वोट की जरूरत होगी। किस्मत की बात ये है कि हरियाणा में कांग्रेस के पास कुल 31 ही विधायक हैं जबकि बीजेपी के पास 40 और सहयोगी जेजेपी के पास 10 विधायक हैं इसलिए बीजेपी के उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार की सीट तो पक्की है लेकिन अगर कांग्रेस का कोई भी विधायक क्रॉस वोट करता है या फिर किसी भी कांग्रेस विधायक का वोट अमान्य हो जाता है तो कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन का राज्यसभा जाना मुश्किल में पड़ सकता है।
हरियाणा के जैसे ही राजस्थान में भी राज्यसभा चुनाव का गणित काफी मुश्किल हो गया है। इसी को देखते हुए कांग्रेस और बीजेपी ने अपने अपने विधायकों को सुरक्षित जगह पर रखा। गणित के हिसाब से राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 108 विधायक हैं तो बीजेपी के पास से संख्या 71 है। राज्य में हो रहे राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए हर एक उम्मीदवार को कम से कम 41 विधायकों के वोट जरूरी हैं। इस हिसाब से कांग्रेस यहां से अपने दो उम्मीदवारों को तो आसानी से राज्यसभा पहुंचा देगी और बीजेपी के खाते में भी एक सीट आ जाएगी। अब मुकाबला इसलिए रोचक हो जाता है क्योंकि यहां पर कांग्रेस ने दो की जगह तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। इन तीनों को ही राज्यसभा पहुंचाने के लिए कांग्रेस को 41 विधायकों के हिसाब से 123 वोटों की जरूरत होगी लेकिन यहां पर कांग्रेस के पास कुल 108 विधायक हैं और पार्टी दावा कर रही है कि उसके पास 123 विधायकों की जगह 126 विधायकों का समर्थन है। जबकि विपक्षी दल बीजेपी के पास यहां पर 71 विधायक हैं और पार्टी ने सिर्फ घनश्याम तिवारी के तौर पर एक ही उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। एक उम्मीदवार के लिए वोट करवाने के बाद भी बीजेपी के पास 30 विधायक बच जाते हैं और इसी का फायदा उठाने के लिए हरियाणा से राज्यसभा सांसद रहे सुभाष चंद्रा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें बीजेपी का समर्थन हासिल है और इसलिए बीजेपी के बचे 30 विधायकों का समर्थन उन्हें मिल सकता है लेकिन फिर भी जीत के लिए चंद्रा को 11 और विधायकों की जरूरत होगी। अपनी जीत के लिए चंद्रा की नजर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और भारतीय ट्राइबल पार्टी जैसी पार्टियों के विधायकों पर है। इसी के साथ राजस्थान में 13 निर्दलीय विधायक भी हैं और संभावना है कि वो निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को अपना समर्थन दे दें।
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महाराष्ट्र में भी राज्यसभा की 6 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं और जीत के लिए हर उम्मीदवार को 42 विधायकों के वोट की जरूरत है। इस चुनाव में कांग्रेस–एनसीपी और शिवसेना आसानी से 3 उम्मीदवार जिता सकती है जबकि बीजेपी भी 2 उम्मीदवारों को आसानी से राज्यसभा पहुंचा सकती है लेकिन बीजेपी की ओर से तीसरा उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया गया है। राज्य में शिवसेना से संजय राउत और संजय पंवार, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी मैदान में हैं तो बीजेपी से पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धंनजय महादिक उम्मीदवार हैं। महाविकास अघाड़ी में शिवसेना के पास 55, एनसीपी के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं तो बीजेपी के 106 विधायक हैं।
कर्नाटक में भी जीत के लिए हर उम्मीदवार को 45 विधायकों की जरूरत है। ऐसे में बीजेपी निर्मला सीतारमन और एक्टर जग्गेश को तो राज्यसभा पहुंचाने में सफल हो जाएगी लेकिन तीसरे उम्मीदवार की जीत तय करने के लिए बीजेपी को 13 वोटों की जरूरत होगी। ऐसे ही कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं इसलिए पार्टी अपने उम्मीदवार जयराम रमेश को तो राज्यसभा सांसद बना देगी लेकिन मंसूर अली खान के लिए 20 और वोट की जरूरत होगी।
गौरतलब है कि राज्यसभा में 15 राज्यों की कुल 57 सीटें खाली हुई थीं जिसके बाद पिछले हफ्ते ही 41 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था जिसके बाद हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 16 सीटों पर मतदान सुबह 9 बजे से शुरू हो गया है जो शाम को 4 बजे तक जारी रहेगा।