नई आबकारी नीति पर दिल्ली में मचा बवाल, आरोप-प्रत्यारोप जारी

Delhi News Hindi: नई आबकारी नीति पर दिल्ली में मचा बवाल, आरोप-प्रत्यारोप जारी.

नई दिल्ली, (अनमोल कुमार): दिल्ली में नई आबकारी नीति को लेकर सियासी संग्राम तेज होता दिखाई दे रहा है। वहीं सीबीआई जांच की सिफारिश और उसके बाद मुख्य सचिव से सभी संबंधित अधिकारियों का ब्यौरा मांगे जाने के बाद ये विवाद और गहरा गया है। राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है। Delhi News Hindi,

गौरतलब है कि, दिल्ली में नई आबकारी नीति को लेकर सियासी पारा दिन ब दिन चढ़ता ही जा रहा है। भाजपा दिल्ली सरकार पर आबकारी नीति में शराब और करप्शन का कॉकटेल बनाने का गम्भीर आरोप लगा रही है। बीजेपी का आरोप है कि इस नीति की आड़ में शराब माफियाओं की 144 करोड़ की फीस माफ कर दी गई। वही दिल्ली के उपराज्यपाल की सीबीआई (CBI) की जांच की सिफारिश के बाद बीजेपी और आम आदमी पार्टी में जबरदस्त सियासी घमासान छिड़ा है। Delhi News Hindi,

इस बीच इस मामलें में नया मोड़ एलजी के द्वारा मुख्य सचिव से आबकारी नीति को बनाने वाले सभी अधिकारियों की लिस्ट मांगे जाने के बाद आ गया है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा हम उपराज्यपाल का धन्यवाद करते हैं और सीबीआई पर भी विश्वास करते हैं इस शराब नीति में बड़ा घोटाला हुआ है और हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक मनीष सिसोदिया को पद से बर्खास्त नही किया जाता है।

वहीं उपराज्यपाल के सख्त रवैये के बाद आम आदमी पार्टी और उपराज्यपाल में पूरी तरह तकरार नजर आ रही है और इसकी झलक दिल्ली सरकार के वन महोत्सव कार्यक्रम में भी दिखी। दरअसल दिल्ली सरकार के वन महोत्सव के समापन कार्यक्रम का सीएम केजरीवाल और उनके मंत्री गोपाल राय ने बहिष्कार कर दिया। जबकि कार्यक्रम में सीएम अरविंद केजरीवाल और LG वीके सक्सेना दोनों को ही शामिल होना था। गोपाल राय ने इस फैसले की जानकारी देते हुए आरोप लगाया कि, दिल्ली सरकार के इस कार्यक्रम को जबरन बीजेपी का कार्यक्रम बनाया गया। बरहाल तेज होती तकरार में देखना ये होगा कि ये विवाद कब तक खत्म हो पायेगा। Delhi News Hindi,

 

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