राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनातनी के बाद पिछले कई दिनों से जो सियासी संकट बरकरार था अब वो टलता दिख रहा है। जी हां लंबी नाराजगी के बाद आज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट की घर वापसी तय हो गई है, सोनिया गांधी ने पायलट की समस्याओं के समाधान की बात कही है और इसके लिए 3 सदस्यीय कमेटी का गठन भी कर दिया है। जिसके बाद पायलट का बयान भी सामने आया है और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के द्वारा गठित की गई 3 सदस्यीय कमेटी का स्वागत किया है।
आपको बता दें, सचिन पायलट की नाराजगी और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के द्वारा 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में प्रियंका गांधी, अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल शामिल हैं। सचिन पायलट से बातचीत के बाद ये 3 सदस्यीय कमेटी कांग्रेस अध्यक्ष को रिपोर्ट देगी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के द्वारा 3 सदस्यीय कमेटी के गठन के बाद सचिन पायलट ने कहा है कि पिछले कुछ वक्त से विधायक दिल्ली में थे, कुछ मुद्दे थे, जिन्हें हम हाइलाइट करना चाहते थे। मैंने वही किया, मैंने शुरू से कहा है कि ये सारी चीजें सिद्धांत के आधार पर हो रही हैं। मुझे हमेशा लगता था कि पार्टी के हित के लिए इन्हें उठाना जरूरी है। सोनिया जी ने हमारी चिंताए और गवर्नेंस से जुड़े मुद्दों को सुना। कांग्रेस अध्यक्ष के द्वारा 3 सदस्यीय कमिटी बनाना एक स्वागत योग्य कदम है। हमें लगता है कि हमारे सारे मुद्दे सुलझ जाएंगे।
इसके साथ ही पायलट ने कहा पार्टी हमें पद देती है और इसे वापस भी ले सकती है। मुझे किसी भा पद की इच्छा नहीं है, लेकिन मैं अपने आत्मसम्मान के बचाए रखना चाहता हूं। मैंने पार्टी में 18-20 साल से योगदान दे रहा हूं। हमने हमेशा सरकार बनाने में कड़ी मेहनत करने वाले लोगों को साझेदारी सुनिश्चित की है।
राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वापस स्वागत है सचिन, राजस्थान के निर्माण का रचनात्मक चरण इंतजार कर रहा है। राहुल गांधी की टीम- केसी वेणुगोपाल, सुरजेवाला, माकन को बधाई। गहलोत के राजनीतिक स्वभाव को नहीं भूलना चाहिए, वे इसमें कम ही असफल होते हैं।
इसके अलावा कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान मामले पर कहा कि यह बीजेपी के अलोकतांत्रिक चेहरे पर सीधा तमाचा है। वे लोग हॉर्स ट्रेडिंग करते हैं और एक चुनी हुई सरकार को खतर में डालते हैं। यह बीजेपी के गलत कामों को लेकर एक संदेश है।