सोनीपत, (कविता शर्मा): भले ही प्रदेश की सरकार गांव में संपूर्ण विकास की बात कह रही हो, लेकिन सोनीपत के गांव भदाना में समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं। शहर से महज 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित इस गांव में ना पीने का पानी है ना साफ सफाई की कोई व्यवस्था इतना ही नहीं गांव में कोई रोडवेज की बस भी नहीं जाती, जिससे ग्रामीणों को अधिकारियों तक अपनी समस्याएं लेकर आने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों की माने तो पिछले डेढ़ साल से गांव में कोई सरपंच नहीं है और समस्याएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। Haryana News Today in Hindi,
गौरतलब है कि, सोनीपत के गांव भदाना में इन दिनों समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं और यह गांव समस्याओं का जंजाल बन चुका है। करीब 4 हजार की आबादी वाले इस गांव में ना तो पीने का पानी है ना ही साफ सफाई की कोई उचित व्यवस्था है। आलम यह है कि जगह-जगह गंदगी के ढेर बीमारियों को न्योता दे रही हैं ग्रामीणों की मानें तो 2019 में गांव को साफ सफाई के लिए सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया था, लेकिन चुनाव नहीं होने के चलते अब गांव की सुध लेने वाला कोई नहीं है यहां तक की गांव में कोई सरपंच भी नहीं है और अधिकारी सुनवाई नहीं करते। Haryana News Today in Hindi,
वहीं ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि गांव में पीने का पानी भी नहीं है और पीने के पानी के लिए भी हर रोज महिलाओं को मशक्कत करनी पड़ती है और दूर दराज से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। अब तो गांव में बिजली पानी और दूसरी समस्याएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। हालात तो इस कदर बदतर हो गए है कि, गांव में रोडवेज की कोई बस भी नहीं आती। ग्रामीणों का कहना है कि, उन्हें अपनी शिकायत अधिकारियों को करने के लिए शहर जाना पड़ता है। ऐसे में उन्हें प्राइवेट वाहनों का सहारा लेकर जाना पड़ रहा है क्योंकि गांव में कोई रोडवेज की बस नहीं आती इतना ही नहीं गांव से बाहर शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को भी प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ता है और समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। Haryana News Today in Hindi,
ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव के समय वोट मांगने के लिए यहां हर नेता आता है, लेकिन चुनाव के बाद किसी नेता ने गांव की समस्याओं को हल कराने की जहमत नहीं उठाई पिछले डेढ़ साल से गांव में सरपंच भी नहीं है इसलिए गांव अब राम भरोसे चल रहा है। ग्राम पंचायत का कार्य अधिकारियों के हाथों में आने से अब ग्रामीणों की सुनवाई भी ऐसी दफ्तरों में बैठे सरकारी बाबू अनसुनी कर रहे हैं। ऐसे में अब ग्रामीण अपनी फरियाद लेकर कहां जाएं। Haryana News Today in Hindi,