गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद इलाके में एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां पर महज 11 साल की बच्ची ने अपने ही परिजनों से 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांग डाली। जिसकी शिकायत परिजनों ने थाना साहिबाबाद ने की थी। पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल को मामला सौंप दिया और साइबर सेल की टीम ने जो खुलासा किया है। वह बेहद चौंकाने वाला निकला क्योंकि एक करोड़ की फिरौती मांगने वाला कोई और नहीं बल्कि उनकी ही 11 साल की बच्ची जोकि कक्षा 7 में पढ़ती है। 11 साल की बच्ची ने व्हाट्सएप के जरिए यह फिरौती मांगी थी और ना दिए जाने पर लड़के के अपहरण की धमकी दी थी। बहराल पुलिस ने पूरा मामला क्लियर होने के बाद बच्ची को नाबालिग होने के कारण समझा–बुझाकर घर भेज दिया और उसके परिजनों से बच्ची की काउंसलिंग कराने के लिए कहा है।
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इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए साइबर सेल के नोडल अधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि 26 जुलाई को थाना साहिबाबाद में एक व्यक्ति ने लिखित में शिकायत दी थी कि किसी के द्वारा उसके व्हाट्सएप पर लगातार धमकी भरे संदेश दिए जा रहे हैं और उनके बेटे के अपहरण की धमकी देकर उनसे 1 करोड़ की फिरौती मांगी जा रही है। जिसके बाद से पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है। पुलिस ने साइबर सेल को मामला सौंप दिया और साइबर सेल की टीम ने जब खुलासा किया तो पता चला कि उनकी ही 11 साल की बेटी जो कक्षा 7 में पढ़ती है उसी ने मम्मी पापा का व्हाट्सएप लैपटॉप पर व्हाट्सएप वेब से जोड़ लिया और उससे ही वह अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों एवं माता पिता को धमकी भरे मैसेज करने लगी। इतना ही नहीं कोई रिश्तेदार या पड़ोसी अगर उनकी मदद के लिए आगे आता था तो वह उन्हें भी धमकी भरे मैसेज भेजा करती थी। उन्होंने बताया कि जब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ तो बच्ची ने पूछताछ के बाद बताया कि वह कोरोना काल मे अपने आप को घर के अंदर कैद महसूस कर रही थी। इस दौरान जब वह मोबाइल चलाती थी, तो उसके मम्मी पापा इसका विरोध करते थे इसलिए गुस्से में आकर उसने ऐसा करना शुरू कर दिया। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि बच्ची नाबालिग होने के कारण उसे समझा–बुझाकर भेज दिया गया है और उसके परिजनों को उसकी काउंसलिंग कराए जाने के लिए भी कहा गया है।