सोनीपत: राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 पर कुंडली बॉर्डर से लेकर अंबाला तक शनिवार को दिनभर ट्रैक्टरों की लंबी कतारें लगी रही और इससे जाहिर है कि किसान संगठनों ने ट्रैक्टर परेड़ की जबरदस्त तैयारियां की है।
रविवार को पंजाब तथा हरियाणा से करीब 20 हजार ट्रैक्टरों के पहुंचने के कारण राजमार्ग पर कुंडली से बहालगढ़ तक करीब 20 किलोमीटर तक ट्रैक्टर और ट्रालियों की छावनी बस गई है।
कुंडली-मानेसर- पलवल और कुंडली-गाजियाबाद-पलवल के जीरो पॉइंट भी आवागमन के लिए बंद हो गए। रूट डायवर्ट करने और वाहनों को इधर-उधर पास कराने में पुलिस को पसीना आ रहा है।
खास बात यह है कि ट्रैक्टर परेड के लिए पहुंच रहे युवा किसानों और महिलाओं का जोश और जज्बा देखते ही बन रहा है। किसानों ने केएमपी पर कब्जा कर लिया है और दिनभर रिहर्सल की।
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भारी वाहन ही केएमपी-केजीपी से आर-पार हो रहा है। चूंकि नीचे मेला है और मेले में हर ओर तिरंगा नजर आ रहा है, कुंडली से बहालगढ़ के बीच में करीब 45 हजार ट्रैक्टरों का जमावड़ा है और दो लाख से ज्यादा किसान जुट चुके हैं।
ट्रैक्टर परेड के लिए ट्रैक्टरों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सोनीपत प्रशासन ने 28 जनवरी तक दिल्ली में आवागमन नहीं करने की सलाह दी है।
साथ ही सोनीपत के सभी स्कूल-कॉलेजों में सोमवार का अवकाश घोषित कर दिया गया है। गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड को लेकर सोनीपत पुलिस ने ट्रैफिक रूट एडवाइजरी जारी की है।
साथ ही राहगीरों से आग्रह किया गया है कि वह केजीपी-केएमपी का 28 जनवरी तक प्रयोग ना करें। इसी तरह राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब व चंडीगढ़ से आने वाले भारी वाहन गाजियाबाद और नोएडा जाने के लिए सोनीपत की बजाय करनाल से शामली होकर और पानीपत से सनौली होकर गाजियाबाद, नोएडा जा सकते है।
किसानों की ट्रैक्टर परेड की घोषणा के बाद प्रशासन ने आमजनों से अपील की है कि वह 26 से 28 जनवरी तक दिल्ली आने-जाने से परहेज करें।
गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने की घोषणा कर रखी है। इसमें सोनीपत की ओर से भी किसान शामिल होंगे। इसे लेकर प्रशासन ने बैठक की है।
बैठक में डीसी श्यामलाल पूनिया ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वह विशेष रूप से बाइक एंबुलेंस की व्यवस्था करें। वाहनों के बड़ी संख्या के चलते जाम की स्थिति बन सकती है।
ऐसे में यदि जाम से गुजरकर किसी को चिकित्सा सुविधा देने की जरूरत हुई तो बाइक एंबुलेंस कारगर रहेगी। उन्होंने कार एंबुलेंस की संख्या में भी वृद्धि करने के निर्देश दिए।