नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी आए दिन अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयान देते नजर आ जाते हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। दरअसल, इस बार वरुण ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर बीजेपी सरकार को घेरा है। देश में लगातार बढ़ रही मंहगाई के बाद बेरोजगारी को लेकर बीजेपी सांसद ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार पर फिर उठाए सवाल
आपको बता दें कि, इस बार वरुण गांधी ने अपनी सरकार पर देश में स्वीकृत पड़े सरकारी पदों पर भर्ती नहीं निकालने की मंशा को लेकर सवाल दागा है। वरुण ने ट्वीट के जरिए देश में खाली पड़े सरकारी पदों को लेकर सीधे केंद्र की बीजेपी सरकार को सवालों के कटघरें में खड़ा कर दिया है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब वरुण ने अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। अक्सर वो सरकार की गलत नीतियों को लेकर सवाल खड़े करते रहते हैं, फिर चाहे वो खुद की ही सरकार क्यों ना हो।
वरुण ने बेरोजगारी के मु्द्दे पर बीजेपी को घेरा
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने सुबह एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने केंद्र के अलग-अलग विभागों समेत सेना, पुलिस, स्वास्थ्य आदि विभागों में खाली पड़े पदों की संख्याओं को लेकर लिखा, जब बेरोजगारी 3 दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है, तब यह आँकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां भर्तियाँ न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं ‘सरकारी आँकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद’ खाली हैं। कहाँ गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था? यह जानना हर नौजवान का हक है!
जब बेरोजगारी 3 दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है तब यह आँकड़े चौंकाने वाले हैं।
जहां भर्तियाँ न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं ‘सरकारी आँकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद’ खाली हैं।
कहाँ गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था?
यह जानना हर नौजवान का हक है! pic.twitter.com/dxtn64IeRz
— Varun Gandhi (@varungandhi80) May 28, 2022
योगी सरकार पर साधा निशाना
बता दें कि, इसके पहले वरुण गांधी ने यूपी की योगी सरकार की ओर से राशनकार्ड धारकों के लिए तय की गई पात्रता को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि, आम लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले सारे मानक अगर चुनाव देख कर तय किए जाएंगे तो सरकारें अपनी विश्वसनीयता खो देंगी। साथ ही वरुण ने अपनी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि, चुनाव खत्म होते ही राशनकार्ड खोने वाले करोड़ों देशवासियों की याद सरकार को अब कब आएगी? शायद अगले चुनावों में।