आपको बता दें कि इससे पहले भी दो बार सिरसा में घग्घर नदी के जलस्तर बढ़ने की वजह से बाढ़ आ चुकी है और घग्घर नदी से सटे दर्जनों गांव इसकी चपेट में आ चुके है। ग्रामीणों के लिए थोड़ी बहुत राहत की खबर है क्योंकि आज घग्घर नदी में पहले के मुकाबले पानी कम हो गया है। कल घग्घर में करीब 24 हजार क्यूसिक पानी था और देर रात को 20 हजार क्यूसिक पानी रिकॉर्ड किया गया है। हालांकि ग्रामीणों को अभी भी पहाड़ी इलाकों से घग्घर नदी में पानी आने का डर सता रहा है। ग्रामीण जलस्तर के कम होने के बावजूद भी किसी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं दिखाई दे रहे है। रात्रि में भी ग्रामीण ठीकरी पहरा देकर अपने खेतों की सुरक्षा करने में जुटे हुए है। हालांकि प्रशासन बाढ़ से बचाव के लिए प्रबंध करने के दावे कर रहा है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए उनके गांवों में कोई प्रबंध नहीं किए है। Haryana Latest News Hindi,
सिरसा के घग्गर नदी में जल स्तर बढ़ने से ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ी
- Totaltv,
- Jul 25th, 2022
- (3:24 pm)
घग्घर नदी इस समय उफान पर दिखाई दे रही है। जिससे ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ती नजर आ रही है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार आज सिरसा की घग्घर नदी में 20 हजार क्यूसिक पानी रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। आने वाले दिनों में पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश होने से सिरसा की घग्घर नदी में जलस्तर और बढ़ने की संभावना दिखाई दे रही है, अगर जलस्तर और बढ़ता है तो सिरसा वासियों के लिए घग्घर नदी का पानी मुसीबत बन सकता है।
ग्रामीणों ने कहा कि घग्घर नदी के नजदीक उनके गांव में जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि उन्होंने कहा कि कल के मुकाबले आज पानी थोड़ा-बहुत कम हुआ है, फिर भी अहतियाहत के तौर पर वे घग्घर नदी के जलस्तर की निगरानी कर रहे है। ग्रामीणों के मुताबिक अगर पहाड़ी इलाकों में और ज्यादा बारिश होती है तो सिरसा के घग्घर नदी का जलस्तर और बढ़ जाएगा, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि पहाड़ी इलाको से घग्घर नदी में पानी और ज्यादा आता है तो उनकी परेशानियां बढ़ सकती है। घग्घर नदी के उफान पर होने के कारण ग्रामीण और प्रशासनिक अधिकारी नदी के नजदीक गांवों में जुटे हुए है और रात्रि ठीकरी पहरा भी दे रहे है। ग्रामीणों और प्रशासन ने सिरसा जिला के घग्घर में बढ़ते जलस्तर की आंशका के चलते जेसीबी मशीन, मिटटी के गट्टे सहित अनेक इंतजाम किए गए है।
रात्रि को गांव मल्लेवाला, नेजाडेला कलां सहित अनेक गांवों के ग्रामीण रात्रि पहरा देते है। यह सभी गांव घग्घर नदी के किनारे बसे हुए है और घग्घर नदी में पानी ज्यादा आने के कारण ये गांव डूब जाते है लेकिन इस बार जिला प्रशासन और ग्रामीण घग्घर नदी के जलस्तर को देखते हुए अलर्ट दिखाई दे रहे है। जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग सिरसा में बाढ़ से बचाव के लिए प्रबंध करने के दावे कर रहा है। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि जिला प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए कोई प्रबंध नहीं किए है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द बाढ़ से बचाव के लिए उचित प्रबंध करे ताकि उनके गांवों को बाढ़ से बचाया जा सके। Haryana Latest News Hindi,