अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी ने इसी साल मार्च में हुई ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों के लिए दिए गये मुआवजे को अपर्याप्त बताते हुए नन्दगांव व जिला उपायुक्त कार्यालय भिवानी के सामने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है। इसके साथ ही जिला उपायुक्त की तरफ से तहसीलदार को ज्ञापन दिया गया कि नन्दगांव में प्रदीप बाल्मीकि की 22 जून की रात को 25 बकरियां चोरी हो गईं और उसकी बरामदगी व चोरों को पकड़ने हेतु किसान सभा का प्रतिनिधि मंडल जिला हेडक्वार्टर उप पुलिस अधीक्षक से मिला है। उन्होंने सदर थाना इंचार्ज को आदेश दिया कि वे गरीब आदमी की बकरियां शीघ्र बरामद करवाएं।
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प्रदर्शनकारी किसानों को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के जिला उप-प्रधान कामरेड ओम प्रकाश ने कहा कि मार्च 2024 में अचानक ओलावृष्टि ने कई गांव में पक कर तैयार होने वाली सरसों, गेहूं व अन्य फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था। उस समय भिवानी तहसील के गांव नन्दगांव, मनहेर, धारेडू, गोरीपुर, कितलाना, झरवाई, मध्मध्वी, नांगल व दादरी जिले के डोहकी व अन्य गांव में ओलावृष्टि से शत प्रतिशत फसलों का नुकसान हुआ है।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कुछ किसानों को सरसों के नुकसान के प्रति एकड़ 9 हजार रूपए तथा गेहूं के लिए 11 हजार रुपये प्रति एकड़ मिले हैं, वो भी सभी पीड़ित किसानों को नहीं मिले तथा 5 एकड़ से ज्यादा जमीन के मालिक किसानों को कोई मुआवजा नहीं मिला है जो किसान जनता के लिए अन्याय है। सरकार ने रोजगार से प्रभावित उन क्षेत्रों के मजदूरों को भी मुआवजा देना चाहिए था।
ओम प्रकाश ने इसके साथ कहा कि किसान सभा पीड़ित व प्रभावित किसानों के लिए 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के लिए मुआवजा लेने की मांग को लेकर आंदोलन करेगी। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि जिले के किसानों का बकाया बीमा क्लेम, मुआवजा दिया जाए तथा बिधवान गांव में चल रहे टावर आंदोलनकारी किसानों को प्रति टावर 5 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए।