दिल्ली में रक्षक ही सुरक्षित नहीं हैं। अब रक्षक की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, दिल्ली के केशरवपुरम से महिला मार्शल के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़िता ने यौन उत्पीड़न के बाद सुसाइड करने की कोशिश की जबकि महिला मार्शल ने छेड़–छाड़ की शिकायत डिपो में करने के बाद पुलिस को भी इस बात की जानकारी दी थी। लेकिन कहीं कोई एक्शन नहीं हुआ जिससे परेशान होकर महिला मार्शल ने जहर खाकर सुसाइड करने की कोशिश की। महिला मार्शल के सुसाइड की कोशिश के मामले के सामने आने के बाद से दिल्ली पुलिस के साथ–साथ दिल्ली परिवहन निगम पर भी सवाल उठने लगे हैं। Latest News Hindi,
महिला दिल्ली के सुल्तानपुरी की रहने वाली है। जानकारी के अनुसार ये पता चला है पीड़िता ने एक साल पहले ही डीटीसी में बतौर महिला मार्शल काम करना शुरू किया था। महिला के साथ बस का ड्राइवर छेड़छाड़ करता था जिससे परेशान होकर पीड़िता ने आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि पीड़िता ने इस बात की शिकायत पुलिस को दी थी। शिकायत करने के बाद अधिकारियों ने आरोपी ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह शिकायतकर्ता को ही नौकरी से निकाल दिया। पीड़िता की तरफ से ये कहा गया है कि इस बात की शिकायत उसने पुलिस के साथ–साथ डिपो में भी की थी लेकिन डिपो मैनेजर ने मामले को रफा दफा करते हुए समझौता करवा दिया।
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केशवपुरम थाना पुलिस ने बताया कि पीड़िता की खुदकुशी करने के प्रयास के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली है। संज्ञान में मामला आने के बाद पीड़िता का बयान दर्ज किया जा रहा है।
मामले को लेकर दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर जांच के कड़े निर्देश दिए हैं। साथ ही दिल्ली पुलिस और दिल्ली परिवहन निगम को नोटिस जारी किया है और मामले से जुड़े आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।