चंडीगढ़, (अनिल कुमार): हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा राजभवन में आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित योग कार्यक्रम में कहा कि आज भारत के प्रयासों से यह वैश्विक पर्व बन गया है। यह बात उन्होंने योग को मानवता के लिए भारतीय प्राचीन पद्धति का अमूल्य उपहार बताया। उन्होंने कहा कि योग एक जीवन जीने की कला है, इससे जीवन में जागृति आती है।
उन्होंने आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है, उनके प्रयासों से ही आज के दिन यानी 21 जून, 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया। उन्होंने मंगलवार को योग के पूरे अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत 45 मिनट तक योग किया। उन्होंने इस दौरान प्राणायाम, आसन और व्यायाम की क्रियाएं की। इन क्रियाओं में सबसे पहले सूक्ष्म व्यायाम, ग्रीवा संचालन, कंधों का व्यायाम, घुटनों का व्यायाम तथा प्राणायाम में अनुलोम-विलोम, भ्रामरी प्राणायाम तथा ध्यान योग की प्रक्रिया पूरी की।
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इसी प्रकार से आसनों में वज्रासन, भूजासन, शलभ व अन्य आसनों का अभ्यास किया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अतुल द्विवेदी, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की महासचिव रंजीता मेहता तथा रेड क्रॉस सोसाइटी हरियाणा के महासचिव मुकेश अग्रवाल व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। आयुष विभाग से आई योग विशेषज्ञ रीतू मित्तल ने योग की ये सभी क्रियाएं करवाई। उन्होंने प्रार्थना मंत्र से योग कार्यक्रम की शुरूआत की।