करनाल (विकास मेहला की रिपोर्ट)– करनाल में माल रोड स्थित जिला स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरणा प्रदर्शन किया । बता दें कि 21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के सभी बचे हुए निर्णय को लागू करने की मांग करते हुए आशा वर्कर्स ने प्रदर्शन किया।
कोरोना काल में कोरोना वारियर्स की तरह काम कर रही आशा वर्कर्स अपनी लंबित पड़ी मागों को लेकर स्वास्थ्य विभाग में धरने पर बैठी हैं। प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आशा वर्कर्स ने कहा कोरोना काल मे भी हमने बिना सुरक्षा के साधन के बिना व अपने परिवार की परवाह किए बिना 24 घण्टे की ड्यूटी दी, फिर भी सरकार ने 2018 में हमारा जो समझौता हुआ था अभी तक लागू नहीं हुआ।
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन !
आशा वर्कर्स ने कहा जो हमारा 50 प्रतिशत वेतन काटा गया वो पैसा तुरंत वापिस किया जाए। कोविड-19 के संकट के बीच काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4000 रुपये दिए जाएं। आशाओं को सामुदायिक स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए। जब तक पक्का कर्मचारी नही बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए। तथा उन्हें एंड्रॉयड फोन दिया जाए।
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आशा वर्कर्स ने कहा जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेंगे तब तक हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। फिलहाल अब देखना यह होगा की कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना वारियर्स की तरह काम कर रही आशा वर्कर्स की मांगें कब तक पूरी होंगी।