करनाल जिले की घीड अनाज मंडी में धान की सरकारी खरीद में की जा रही बड़ी धांधली उजागर हुई है। मंडी से मिल रही गड़बड़ी की सूचना के बाद उच्च अधिकारियों ने घीड मंडी की आवक और गेटपास की जांच की थी। जांच के मुताबिक मंडी में करीब 30 हजार किवंटल धान की आवक हुई लेकिन मिलीभगत के चलते गेटपास 50 हजार किवंटल के काटे गए। 20 हजार किवंटल धान के गेटपास जारी कर दिए गए लेकिन ये धान मंडी में आया ही नहीं।
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मार्किट कमेटी के कर्मचारियों व खरीद एजेंसी के साथ मिलीभगत करते हुए आढ़तियों और राईस मिलर्स ने इस फर्जीवाड़े को किया है। जांच के दौरान मंडी कि फिजिकल वेरिफिकेशन में खरीद में की जा रही धांधली पकड़ी गई। फर्जीवाड़े के आरोप में मार्किट कमेटी घीड के 4 कर्मचारियों, 28 आढ़तियों व 10 राईस मिलर्स के खिलाफ कार्रवाई किये जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा घीड मंडी में नियुक्त खरीद एजेंसी के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
करनाल जिले की घीड अनाज मंडी में एंट्री गेट पर कैमरे ओर वजन जांचने के लिए कांटे की व्यवस्था नही है। मंडी में आने वाली फसल का वजन अंदाजे से गेटपास में भरा जाता है। आढ़तियों की मनमर्जी से धान की तुलाई खेतों में भी की जा रही है। घीड मंडी में आढ़तियों की करीब 36 दुकानें बनी हुई हैं जबकि आढ़त के 96 लाइसेंस बने हुए हैं। जांच में मंडी के 28 आढ़ती बोगस पाए गए हैं। इस मंडी से अटैच किये गए राईस मिलर्स ने फर्जीवाड़ा करने के लिए अपने आढ़त के लाइसेंस बनवा लिए। फर्जी खरीद में शामिल दस राईस मिलर्स की फिजिकल वेरिफिकेशन ओर जांच की जा रही है।