नई दिल्ली (रिपोर्ट- अनिल सिंह): बीजेपी के कार्यकर्ता कहने के लिए तो टैंक सफाई के दौरन हुए दर्दनाक हादसे में मारे गए । कार्यकर्ता कर्मचारियों को सरकार की तरफ से मुआवजा दिलाने के लिए बीजेपी के बैनर तले हो रहे प्रदर्शन में पहुँचे थे। लेकिन कार्यकत्ताओं की असंवेदनशीलता का कोई पैमाना नही थी। अधिकांश कार्यकर्ता मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुआवजे की मांग से ज्यादा पोस्टर के आगे सेल्फी लेने में लगे थे।
कोरोना काल में हो रहे इस प्रदर्शन में बीजेपी नेताओं की मांग है कि केजरीवाल सरकार मृतक परिवार को एक करोड़ रुपये दे। जबकि अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे कर्मचारी को पचास लाख रुपये की आर्थिक मदद दे।
नेता प्रतिपक्ष सफाई कर्मचारियों के लिए कितने संवेदनशील हैं। ये उनके भाषण से ही पता चलता है। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने अपने भाषण में कार्यकत्ताओं से कहा कि केजरीवाल सरकार 10 दिन के अंदर सफाई कर्मचारियों को मुआवजा दे और साथ में मुख्यमंत्री टैंक सफाई योजना को लागू करें। नही तो उनका ये आंदोलन जारी रहेगा। दो मिनट बाद ही नेता जी कहने लगे केजरीवाल एक महीने में इस योजना को लागू करें।
ऐसा नहीं है कि दिल्ली में टैंक सफाई के दौरान ये पहली मौत हुई हो, इससे पहले भी टैंक सफाई के दौरान कई मौतें हो चुकी हैं और उनको लेकर सियासत भी खूब हुई है। लेकिन नतीजे ढाक के तीन पात रहे हैं।