नई दिल्ली– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने मंगलवार को पलवल से सोनीपत-सोहना-मानेसर-खरखौदा होते हुए हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना को अपनी मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 5617 करोड़ है और इसे 5 साल में पूरा करने का प्रस्ताव है।
कहां से कहां तक जाएगी ये रेलवे लाइन ?
आपको बता दें कि यह रेलवे लाइन पलवल से शुरू होकर मौजूदा हरसाना कलां स्टेशन (दिल्ली-अंबाला सेक्शन पर) पर समाप्त होगी। इससे मौजूदा पटली स्टेशन (दिल्ली-रेवाड़ी लाइन पर), सुल्तानपुर स्टेशन (गढ़ी हरसरू-फारुखनगर लाइन पर) और असौधा स्टेशन (दिल्ली रोहतक लाइन पर) को कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
पलवल से सोनीपत वाया सोहना-मानेसर-खरखौदा होते हुए हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के निर्माण को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी।
ये #HaryanaRailCorridor न केवल यात्रियों के लिए आने वाले समय को कम करेगा, बल्कि इन क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को भी बढ़ाएगा@DelhiTotaltv pic.twitter.com/6DHL4BuhuF— Pradeep (@pradeepmeghraj) September 15, 2020
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना की कुल लंबाई 121.7 किलोमीटर है। यह परियोजना हरियाणा सरकार और रेल मंत्रालय द्वारा स्थापित एक संयुक्त उद्यम कंपनी हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HRIDC) द्वारा कार्यान्वित की जाएगी। इससे नॉन- दिल्ली के ट्रैफिक को डायवर्ट करना आसान होगा और हरियाणा राज्य के उप-क्षेत्र एनसीआर में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब विकसित करने में मदद मिलेगी।
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गौरतलब है कि कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ हरियाणा ओर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बादली-बहादुरगढ़ के 19 गांवों की जमीन को चिह्नित तक लिया गया है। इससे झज्जर जिले के साथ साथ कई अन्य जिलों के विकास को भी पंख लगना स्वाभाविक है।