उत्तराखंड के चमोली जिले में अभी टनल में फंसे लोगों के बचाने का कार्य अभी भी जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ भारत-तिब्बत सीमा पुलिस राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
चमोली पुलिस ने बताया कि टनल में फंसे लोगों के लिए राहत के साथ-साथ बचाव कार्य जारी। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है एवं 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं। भारतीय वायु सेना ने कहा कि देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई -17 और ALH हेलीकॉप्टरों उड़ान भर ली है और हवाई बचाव और राहत मिशन फिर से शुरू हो गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने कहा कि हमने दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। हमें जानकारी है कि लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं।
सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आईटीबीपी के जवान तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के चमोली में एक ग्लेशियर टूटने के बादजान गंवाने वालों के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से हर एक को 2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान कर दिया है।
इसके अलावा राज्य सरकार ने भी घोषणा की है। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि चमोली में 125 से अधिक लापता लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। अफवाहों पर ध्यान न दें। ग्लेशियर फटने से अब तक 7 शव बरामद किए गए हैं।