उत्तराखंड: चारधाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहद अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल, आज यानी 3 मई 2022 को अक्षय तृतीया के खास पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट आने वाले 6 महीनों के लिए खोल दिए गए है। मालूम हो कि, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में गंगोत्री धाम का कपाटोद्धाटन किया गया। इसी के साथ धाम में सबसे पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से कराई गई।
आज खोले गए यमुनोत्री-गंगोत्री के कपाट
आपको बता दें कि, गंगोत्री धाम के कपाट आज सुबह 11:15 बजे देश-विदेश से आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:15 बजे विधिविधान के साथ खोल दिए गए है। बता दें कि, आज यानी मंगलवार सुबह 6:30 बजे मां गंगोत्री के लिए डोली रवाना हुई और सुबह 11:15 बजे धाम के कपाट खोल दिए गए। वहीं मां यमुना की डोली भी सुबह शीतकालीन पड़ाव खरसाली से रवाना हुई और दोपहर 12:15 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए।
इस तारीख को खोले जाएंगे बदरीनाथ-केदारनाथ के कपाट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, गंगोत्री और यमुनात्री के बाद केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खोले जाएंगे। बता दें कि, कोरोना वायरस महामारी के चलते बीते दो साल के बाद चारधाम यात्रा पूरी क्षमता के साथ शुरु की जा रही है। मालूम हो कि साल 2020 और 2021 में चारोधाम के कपाट खुलने से पहले कोरोना संक्रमण की दर चरम पर थी जिसके कारण धाम में सन्नाटा पसरा हुआ था। हालांकि इस बार भक्तों में चारधाम की यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
2 साल बाद पूरी क्षमता से खुली चारधाम यात्रा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धाम के कपाटोद्धाटन के बाद कहा कि, इस बार की चारधाम यात्रा ऐतिहासिक होने जा रही है। उन्होंने कहा कि, कोविड महामारी के कारण दो साल बाद चारधाम की यात्रा पूरी क्षमता के साथ शुरु हो रही है। हालांकि भक्तों की संख्या अधिक होने से हमारे लिए चुनौती भी है। लेकिन सरकार व प्रदेश के लोग मिल कर यात्रा को सफल बनाएंगे। साथ ही कहा कि, सभी देवी-देवताओं के आशीर्वाद से यात्रा अच्छी होगी।
कोविड नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता नहीं
गौरतलब है कि, इस बार चारधाम की यात्रा करने वाले भक्तों के लिए कोविड नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता नहीं है। श्रद्धालुओं के लिए अभी बस ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया गया है।