नई दिल्ली: कोरोना महामारी से बेहाल पाकिस्तान के लिए भारत ने मदद का हाथ बढ़ाया है। कोरोनावायरस की मार झेल रहे पाकिस्तान को भारत 45 मिलियन डोज वैक्सीन देने वाला है।
ये वैक्सीन गावी वैक्सीन समझौते के तहत मुहैया कराई जाएगी जिसे पाकिस्तान के साथ सितंबर 2020 में साइन किया गया था।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्विस के संघीय सचिव आमिर अशरफ ख्वाजा ने बताया कि इस्लामाबाद को मार्च में भारत में निर्मित कोविड-19 वैक्सीन की 4.5 करोड़ खुराक मिलने वाली है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ख्वाजा ने कहा कि वैक्सीन के ये खुराक Gavi अलायंस के तहत पाकिस्तान को दी जाएगी।
‘वैक्सीन और टीकाकरण के लिए ग्लोबल अलायंस’ सार्वजनिक-निजी वैश्विक स्वास्थ्य भागीदारी है, जिसका मकसद गरीब मुल्कों तक वैक्सीनेशन की पहुंच को सुनिश्चित करना है।
Also Read Equatorial Guinea Blast: 17 लोगों की मौत, 400 घायल
Gavi की स्थापना साल 2000 में की गयी थी, ताकि दुनिया के गरीब मुल्कों में रहने वाले बच्चों तक वैक्सीन की पहुंच हो सके।
वैक्सीन की कुल खुराक में से 1.6 करोड़ खुराक इस साल जून तक पाकिस्तान को दी जाएगी। पाकिस्तान को भारत निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोनावायरस वैक्सीन की मुफ्त खुराक मिलेगी, जो देश की 20 प्रतिशत आबादी को कवर देगा।
भारत 65 मुल्कों को कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है। वहीं, कई विदेशी देशों ने अनुदान के आधार पर वैक्सीन प्राप्त की है, जबकि अन्य मुल्कों ने भारत सरकार द्वारा निर्धारित की गई कीमत के आधार पर वैक्सीन खरीदी है।
अब तक पाकिस्तान को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी मुल्कों को वैक्सीन की आपूर्ति की गई है।अफगानिस्तान, मालदीव, नेपाल और बांग्लादेश ने भारत निर्मित वैक्सीन का उपयोग करके अपने वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की।
पिछले हफ्ते, अफगानिस्तान ने स्वास्थ्य कर्मियों और अफगान सेना के सदस्यों को वैक्सीन लगाते हुए अपने देश में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की।
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और वैक्सीन के सबसे बड़े उत्पादक भारत ने न केवल अफगानिस्तान की संसद और बांधों को ही निर्मित किया है, बल्कि हमारे जीवन और आजीविका हासिल करने के मामले में भी हमारे साथ भागीदार हैं।