नई दिल्ली (अनिल सिंह की रिपोर्ट)– कोरोना संकट के बीच दिल्ली एम्स ने ओपीडी के जरिये भर्ती होने वाले मरीजों के लिए अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। एम्स प्रशासन की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि गंभीर रूप से बीमार / अर्ध-आपातकालीन रोगियों के अस्पताल में भर्ती के लिए उपलब्ध इन-पेशेंट बेड के उपयोग के अनुकूल बनाने की आवश्यकता के मद्देनजर अस्थायी रूप से ओपीडी प्रवेश को रोकने का फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों ने रफ़्तार पकड़ी है। ऐसे में एम्स ने अपने सभी सेंटर की ओपीडी बंद कर दी है। मेडिकल अधीक्षक डॉ. डीके शर्मा ने बुधवार को आदेश जारी किया है कि इमरजेंसी और सेमी-इमरजेंसी मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बेड मुहैया कराने के लिए ओपीडी और जनरल-प्राइवेट वार्ड को अस्पताल प्रशासन ने बंद करने का फैसला लिया है। इस आदेश के बाद अगले दो हफ्तों तक ओपीडी, जनरल वार्ड और प्राइवेट वार्ड बंद रहेंगे। लेकिन इस दौरन जनरल और प्राइवेट वार्ड में भर्ती इमरजेंसी और सेमी-इमरजेंसी मरीजों का इलाज जारी रहेगा।
इमरजेंसी मरीजों को बेड नहीं मिल मिलने की वजह से दिल्ली एम्स ने ओपीडी, जनरल वार्ड और प्राइवेट वार्ड को बंद करने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि दिल्ली में कुछ दिनों में कोरोना के मामले में गिरावट के बाद एक बार फिर इजाफ हुआ है। मंगलवार को दिल्ली सरकार रीऔर से जारी किए गए हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 24 घंटे में कोरोना के 2,312 मामले सामने आए हैं। जबकि 18 लोगों ने अपनी जान गवा दी।
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वहीं 1050 लोगों ने लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो गए। वहीं देश में पिछले 24 घंटे में 78,357 नए मामले आए हैं, जिससे देश में इस बीमारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 37,69,523 हो गई है। देश में 1,045 नई मौतों के साथ अब तक कुल 66,333 मरीज कोरोना के कारण जान गंवा चुके हैं।