प्रदीप कुमार – देश की 5वीं ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ को PM मोदी 11 नवंबर को हरी झंडी दिखाएंगे। जाएगी। इस सिलसिले में दक्षिण भारत की पहली चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन आज चेन्नई के एम.जी. रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन से शुरू हो गया है। यह ट्रेन दक्षिण भारत की पहली सेमी हाईस्पीड सर्विस होगी जो कि चेन्नई से मैसूर तक 497 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इस ट्रेन को चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नाम दिया गया है।
इस ट्रेन की एवरेज स्पीड की बात करें तो यह 74 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति के साथ चेन्नई से मैसूर तक की दूरी 6 घंटे 40 मिनट में पूरा करेगी। यह ट्रेन चेन्नई से बेंगलुरु और फिर वहां से मैसूर का सफर तय करेगी।
चेन्नई मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चेन्नई सेंट्रल से सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर रवाना होगी। इस ट्रेन के रूट पर बीच में केवल दो स्टॉपेज होंगे। ये दो स्टॉपेज बेंगलुरु और कटपड़ी होंगे। यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलेगी जबकि बुधवार के दिन नहीं चलेगी। इस ट्रेन में 16 कोच होंगे और सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन से लैस होगा।
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वंदे भारत एक्सप्रेस में कई प्रमुख खासियत हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सिर्फ 52 सेकंड में 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती है। साथ ही इस ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे, एयर कंडिशन्ड चेयर कार कोच दिए गए हैं। इकोनॉमिक क्लास के लिए इसका किराया 921 रुपए तय किया गया है और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए इसका किराया 1,880 रुपए तय किया गया है। मैसूर और बेंगलुरु के लिए इस ट्रेन का किराया 368 रुपए और 768 रुपए होगा।
दक्षिण भारत की यह पहली वंदे भारत ट्रेन होगी। वंदे भारत ट्रेन का देशभर में तेजी से विस्तार हो रहा है। इस क्रम में दक्षिण भारत में यह ट्रेन सेवा शुरू की गई है।
पहली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली-कानपुर-प्रयागराज-वारा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के केंद्रीय बजट में घोषणा की थी कि अगले तीन वर्षों में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनों का विकास और निर्माण किया जाएगा।