करनाल(विकास मेहला): करनाल पुलिस को पिछले कुछ समय से लगातार किसानों के खेतों में लगे ट्रांसफार्मर चोरी होने की शिकायतें मिल रही थी। जिसे ट्रासफार्मर चोरी करने वालो को पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी सरदर्दी बने हुए थे। पुलिस के लिए बढ़ी इन वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक करनाल गंगाराम पुनिया ने निरीक्षक हरजिन्द्र सिंह के नेतृत्व में कार्यरत डिटेक्टिव स्टाफ की टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई। पुलिस टीम द्वारा चोरों को पकड़ने में 18 जून को एक गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में कायमाबी मिली।
1. बिलाल, वासी गांव मौडी जठलाना जिला यमुनानगर, 2. ताहिर गांव शांहजापुर थाना किटोर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश, 3. वसीम दौलतपुर थाना गंगोह जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश व 4. अमजद उर्फ बग्गी, वासी छोटा बांस थाना रादौर हाल मौडी जठलाना जिला यमुनानगर को 18 जून की रात को थाना इन्द्री के गांव अंशू माजरा के एरिया से चोरी की वारदात के अंजाम देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों को 19 जून को पेश अदालत किया गया और आरोपी फिलहाल अलग-अलग मामलों में पुलिस रिमांड पर चल रहे थे।
आरोपियों से थाना इन्द्री व कुंजपुरा के एरिया से 187 वारदातों को अंजाम देने बारे खुलासा हुआ है। आरोपियों से पूछताछ व अन्य विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ट्रांसफार्मर चोरी की वारदातों को अंजाम देने से पहले दिन के समय मोटरसाईकिल पर सवार होकर रैकी करते थे।
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आरोपी रैकी करने के दौरान तांबा क्वाइल वाले ट्रांसफार्मरों को ही चिन्हित करते थे, जिसके बाद आरोपी रात के समय अवैध असले के साथ आते थे और खम्बे से ट्रांसफार्मर को नीचे गिराकर उसमें से तांबा क्वाइल व लोहे की पत्तियों को कट्टों में भरकर मोटरसाइकिलों पर रख मौके से फरार हो जाते थे। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी हमेशा इन वारदातों को रात ग्यारह बजे से तीन बजे के दौरान अंजाम देते थे। आरोपी ट्रांसफार्मर चोरी करने के बाद अपने-अपने ठिकानों पर पंहुच जाते थे। आरोपी चोरी करने के बाद हमेशा अपने ठिकाने बदलते भी रहते थे, जिसके बाद आरोपी तांबा क्वाइल को सस्ते भाव में किसी कबाडी को बेचकर उन रुपया से नशा, अय्याशी करते व अपने घर का खर्च चलाते थे।
आरोपियों ने इन वारदातों को अक्टूबर 2021 से जून 2022 के दौराने अंजाम दिया था। आरोपियों की नौ सदस्यों की गैंग है, जिसमें से पांच आरोपी अभी फरार चल रहे हैं। बाकियों की गिरफ्तारी के भी प्रयास जारी है। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियोें के परिवार के सदस्य भी इन वारदातों को अंजाम देते थे और वह भी जेल में कई बार सजा काट चुके हैं। डिटेक्टिव स्टाफ की टीम ने मार्च 2022 में भी ट्रांसफार्मर चोरी करने वाले एक गैंग को गिरफ्तार किया था, जिनसे 338 वारदातों को अंजाम देने बारे खुलासा हुआ था। आरोपियों के कब्जे से 250 किलोग्राम तांबा क्वाइल व लोहा पत्ती, एक देशी पिस्तौल व वारदात में इस्तेमाल तीन मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं।